नई दिल्ली (एजेंसी) | देश में चल रहे कोरोना वैक्सीनेशन अभियान के बीच केंद्र सरकार ने कोविशील्ड वैक्सीन की दूसरी डोज को लेकर अहम फैसला लिया है। सरकार ने कोविशील्ड वैक्सीन की दूसरी डोज पहली डोज से कम से कम 6-8 सप्ताह के बाद लगाने के लिए कहा है। यह फैसला सिर्फ सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (SII) द्वारा बनाई जा रही कोविशील्ड वैक्सीन पर ही लागू होगा, जबकि को-वैक्सीन की दूसरी डोज पहले जैसे ही तय समय-सीमा के अंतराल पर ही लगाई जाएगी। केंद्र सरकार ने कहा है कि नेशनल टेक्निकल एडवाइजरी ग्रुप ऑन इम्युनाइजेशन (NTAGI) और एक्सपर्ट ग्रुप के फैसले के आधार पर यह कदम उठाया गया है।
टीकाकरण अभियान के लिए देश में दो वैक्सीन्स को मंजूरी मिली है। एक एसआईआई द्वारा बनाई जा रही कोविशील्ड है, जबकि दूसरी वैक्सीन भारत बायोटेक की कोवैक्सीन है। हाल ही में केंद्र सरकार ने एसआईआई को कोविशील्ड वैक्सीन की 10 करोड़ डोज और तैयार करने को कहा है। इसकी वजह देश में कोरोना टीकाकरण अभियान में तेजी लाना है। अभी तक एसआईआई साढ़े छह करोड़ से ज्यादा डोज सरकार को दे चुकी है। इसके अलावा, छह करोड़ से अधिक टीके की खुराक 76 देशों को भेजी जा चुकी हैं, जबकि देश में लोगों को अब तक साढ़े चार करोड़ खुराक लगाई गई हैं। मालूम हो कि देश में मध्य जनवरी से कोरोना टीकाकरण अभियान चल रहा है। सबसे पहले हेल्थ वर्कर्स को कोविड वैक्सीन लगवाई गई, जिसके बाद फ्रंटलाइन वर्कर्स को लगी। दूसरे फेज की शुरुआत एक मार्च से हुई है। इसके तहत अभी 60 साल से अधिक उम्र वालों को कोरोना का टीका लगाया जा रहा है। वहीं, जिन लोगों की उम्र 45 साल से अधिक है और वे को-मॉर्बिडिटीज से पीड़ित हैं, वे भी कोरोना की वैक्सीन लगवा सकते हैं।




