भिलाई। जिला चिकित्सालय दुर्ग में गुरुवार सुबह प्रसूति कक्ष के बाहर गर्भवती महिलाओं को बड़ी परेशानी झेलनी पड़ी। निश्चेतना विशेषज्ञ डॉक्टर के नहीं आने से पूरा मामला बिगड़ा। दरअसल गुरुवार सुबह जिला चिकित्सालय में निश्चेतना विशेषज्ञ डॉ शीतल यादव की ड्यूटी लगी थी। डॉ शीतल यादव यहां संविदा चिकित्सक के पद पर पदस्थ है। ड्यूटी पर उपस्थित ना होने के कारण सिजेरियन प्रसव के लिए अस्पताल में भर्ती हुई लगभग 10 महिलाओं को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। दोपहर तक इंतजार के बाद सिविल सर्जन ने रात्रि पाली में उपस्थित डॉक्टर को दोबारा बुलाया और दोपहर 12:00 बजे बाद प्रसूति महिलाओं की डिलीवरी शुरू हुई। इस लापरवाही के लिए सिविल सर्जन डॉक्टर बाल किशोर ने मिस चेतना विशेषज्ञ शीतल यादव को कारण बताओ नोटिस जारी किया है।
बता दें की डॉ शीतल यादव को 18 फरवरी 2021 को जिला चिकित्सालय दुर्ग में संविदा पद पर पदस्थ किया गया था। इससे पहले उनकी नियुक्ति सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र कुम्हारी में की गई थी। क्योंकि जिला अस्पताल में सिजेरियन के लिए अत्याधिक महिलाएं गर्भवती महिलाएं आती हैं इसलिए इन्हें यहां पदस्थ किया गया। डॉ शीतल यादव को सुबह 8:00 बजे उपस्थित होना था लेकिन वे उपस्थित नहीं हुई। इस संबंध में जब सीएचएमओ डॉक्टर गंभीर सिंह ठाकुर से बात की गई तो उन्होंने कहा अस्पताल जिला अस्पताल में अन्य डॉक्टरों की व्यवस्था रहती है इसलिए सिजेरियन ऑपरेशन में कोई दिक्कत नहीं होती। इसके विपरीत जिला अस्पताल में दोपहर 12:00 बजे तक सिजेरियन ऑपरेशन के लिए पहुंची गर्भवती महिलाओं को इंतजार करना पड़ा।
दिया जाएगा शोकाज नोटिस
इस पूरे प्रकरण में सिविल सर्जन डॉक्टर बाल किशोर ने बताया सुबह उपस्थित ना होने पर डॉ शीतल यादव से संपर्क किया गया लेकिन उनसे संपर्क नहीं हो पाया। कई घंटे इंतजार के बाद इंतजार के बाद दूसरे डॉक्टर की व्यवस्था कराई गई। डॉक्टर बाल किशोर ने यह भी बताया की शीतल यादव की ड्यूटी स्वास्थ केंद्र धमधा में अचानक लगा दी गई थी इसकी जानकारी मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर गंभीर सिंह ठाकुर के माध्यम से मुझे मिली। इसकी जानकारी होने के बाद हमने दूसरे चिकित्सक की ड्यूटी लगाई। डॉ बाल किशोर ने कहा है कि इस मामले में डॉ शीतल यादव ने अपनी ओर से किसी प्रकार की जानकारी नहीं दी है, इसके लिए उन्हें शोकॉज नोटिस जारी किया जाएगा।
धमधा में लगी थी ड्यूटी: डॉ शीतल यादव
इस पूरे मामले में डॉ शीतल यादव कहना है कि मेरी आपातकालीन ड्यूटी जिले के कुम्हारी, धमधा, उतई आदि स्वास्थ्य केन्द्रों में लगती है। 25 फरवरी को भी धमधा में आपातकालीन ड्यूटी लगाई गई थी। इसकी सूचना देने पहले डॉ संजय वालवान्द्रे को फोन किया लेकिन उनके रिसीव नहीं करने पर उन्हें मैसेज कर दिया। इसके बाद धमधा स्वास्थ्य केन्द्र में ड्यूटी कर शाम को वापस लौटने पर यह सब पता चला। आखिर ऐसा क्यूं हुआ और इस मामले को क्यों इतना बढ़ाया गया इसकी मुझे जानकारी नहीं है। डॉ शीतल यादव का कहना है कि उनके अलावा जिला अस्पताल में और भी निश्चेतना विशेषज्ञ हैं जिनकी सेवाएं ली जा सकती हैं। मैने धमधा में भी अपनी ड्यूटी की है किसी पर्सनल काम से वहां नहीं गई।