भिलाई। शहर के एक नामी डॉक्टर की हेल्थ पॉलिसी पोर्ट कराने के नाम पर इक्विटास स्मॉल फायनेंस बैंक ने ऐसा कारनामा किया कि उनकी 10 साल पुरानी पॉलिसियां रद्द हो गई। इक्वितास स्मॉल फायनेंस बैंक के एक्जीक्यूटीव की लापरवाही के कारण उक्त डॉक्टर की सभी हेल्थ पॉलिसियां रद्द हुई जिसके कारण डॉक्टर व उनके परिवार को बीमा कंपनी से जो लाभ मिलने थे अब वह नहीं मिल पाएंगे। वहीं वर्तमान में इक्विटास बैंक द्वारा नई पॉलिसी शुरू की गई उसमें कई बीमारियों पर इलाज का लाभ दो साल के बाद मिलेगा। इस पूरे प्रकरण ने डॉक्टर व उनका परिवार काफी आक्रोशित है और इक्विटास बैंक प्रबंधन के खिलाफ शिकायत दर्ज कराने की तैयारी कर ली है।
दरअसल पूरा मामला हेल्थ पॉलिसी को पोर्ट कराने से जुड़ा हुआ है। तीन दर्शन मंदिर के मंदिर के पास स्थित इक्विटास स्मॉल फाइनेंस बैंक के एग्जीक्यूटिव रवि वर्मा ने डॉक्टर राजेश सिंघल से मुलाकात कर बेहतर हेल्थ पॉलिसी का प्लान बताया। बैंक एग्जीक्यूटिव को डॉक्टर सिंघल ने यह जानकारी दी कि उनके और उनके परिवार के पहले से ही स्टार हेल्थ व नेशनल इंश्योरेंस कंपनी में पॉलिसिया हैं। इस पर इक्विटास बैंक के एग्जीक्यूटिव द्वारा डॉक्टर सिंघल को यह भरोसा दिलाया गया कि उनका बैंक सभी पॉलिसियों को पोर्ट कर पुरानी कंपनियों द्वारा दिए जाने वाले सारे लाभ प्रदान करेगा। डॉक्टर सिंगल को उनका प्लान पसंद आया और उन्होंने सभी पॉलिसियों को पोर्ट कराने सहमति दे दी।
पोर्टिंग को लेकर लगातार करता रहा गुमराह
डॉक्टर सिंघल की सहमति के बाद एक्जीक्यूटीव ने पोर्टिंग की प्रक्रिया शुरू कर दी। इस बीच डॉ सिंघल की सभी पॉलिसियों की प्रीमियम अवधि खत्म होने लगी। इसे देखते हुए डॉक्टर ने एक्जीक्यूटीव से संपर्क किया तो उन्होंने भरोसा दिलाते हुए कहा कि आपकी सभी पॉलिसियां पोर्ट हो गई हैं। इक्वितास स्मॉल फायनेंस कंपनी के एक्जीक्यूटीव द्वारा डॉ सिंघल को पोर्टिंग को लेकर लगातार किया गया। जब डॉक्टर सिंघल को अपनी पत्नी के इलाज के लिए बीमा कवर की राशि की जरूरत पड़ी तो उन्होंने बैंक मैनेजर से संपर्क किया तब पता चला कि उनकी पॉलिसिया पोर्ट नहीं हुई हैं। वहीं समय पर प्रीमियम ना पटने के कारण के कारण स्टार व नेशनल इंश्योरेंस कंपनियों ने उनकी पॉलिसियां रद्द कर दी।
बैंक के एक्जीक्यूटीव ने रखा धोखे में
डॉक्टर सिंघल ने बताया इक्विटास बैंक के एक्जीक्यूटीव द्वारा मुझे धोखे में रखा गया। मेरे बार बार बोलने के बाद भी उन्होंने पोटिंग पर ध्यान नहीं दिया जिसके कारण सभी पॉलिसियां रद्द हो गई हैं। डॉ सिंघल के मुताबिक उनकी व उनकी माता सुमित्रा सिंघल की पॉलिसी नेशनल इंश्योरेंस कंपनी व उनके परिवार के 6 सदस्य संजय सिंघल, शंकर सिंघल, पवन सिंघल, सविता सिंघल व बाल मुकुंद अग्रवाल की पॉलिसियां स्टार हेल्थ से थी। उक्त सभी पॉलिसियां 10 साल से पुरानी थी जिसके एवज में उन्हें इलाज में कई तरह के लाभ मिलने चाहिए थे। इक्विटास बैंक के एक्जीक्यूटीव की लापरवाही के कारण सभी पॉलिसी लैप्स हो गई हैं। डॉ राजेश सिंघल ने कहा है कि यह एक तरह से धोखाधड़ी का मामला है और वे बैंक प्रबंधन के के खिलाफ धोखाधड़ी की शिकायत दर्ज कराएंगे।
हमारी डॉक्टर से चर्चा हो रही है, समस्या शार्टआउट करेंगे
इस संबंध में इक्विटास बैंक के भिलाई ब्रांच मैनेजर रोहित कुमार पासवान का कहना है की डॉक्टर सिंघल की पॉलिसियों के संबंध में जो इश्यूज थे उसे सॉल्व करने का प्रयास किया जा रहा है। हमारी कंपनी उनके संपर्क में है और उनकी पॉलिसियों पर जो बेनिफिट मिलने हैं उसे दिलाने का प्रयास किया जाएगा। कुछ टेक्निकल इश्यूज के कारण उनके पॉलिसी पोर्ट नहीं हो पाई हैं इसे हम जल्द ही शार्ट आउट कर लेंगे।