भिलाई। शिवसेना द्वारा नगर नार मोर्चा के बाद अब बेरोजगार किसान मोर्चा की तैयारी शुरू कर दी है। छत्तीसगढ के बेरोजगार और किसानों की मूलभूत जनसमस्याओं को लेकर शिव सेना प्रदेश इकाई द्वारा बेरोजगार किसान मोर्चा शुरू कर रही है। यह मोर्चा 18 जनवरी से 20 जनवरी तक चलेगी। यह मोर्चा 19 जनवरी को सुबह 10 बजे देवरी से निकलेगी और राजनांदगांव दुर्ग भिलाई होते हुए राजधानी रायपुर पहुंचेगी
ज्ञात हो कि छत्तीसगढ़ के युवाओं को रोजगार दिलाने हेतु चारामा से जगदलपुर नगर नार तक शिव सेना ने मोर्चा निकाला था। शिवसेना की यह मांग की थी कि निर्माणाधीन नगर नार प्लांट में 60 प्रतिशत स्थानीय युवाओं को रोजगार और 20 प्रतिशत अन्य जिले एवं 20 प्रतिशत टेकनिशियन के अनुपात भागीदारी सुनिश्चित की जाए। शिवसेना की मांग पर सरकार को यह घोषणा करना पड़ा कि नगर नार प्लांट का निजीकरण नही होगा अगर निजी करण हुआ तो छत्तीसगढ सरकार खरीद लेगी।
शिव सेना के प्रदेश प्रवक्ता विक्की शर्मा ने कहा कि छत्तीसगढ के बेरोजगार और किसानों की मूलभूत जनसमस्याओं को लेकर शिव सेना प्रदेश इकाई द्वारा बेरोजगार किसान मोर्चा की तैयारी शुरू कर दी है। धान खरीदी के पूर्व कोई ठोस व्यवस्था न करने के कारण आज 60 प्रतिशत धान खरीदी हुई नही है और कई धान खरीदी केन्द्र बंद हो गए. धान खरीदी केन्द्रों में धान का उठाव नहीं हो रहा है बारदाना नहीं है यही वजह है कि किसानों को बड़ी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
पूरे प्रदेश में 21 लाख से अधिक किसानों ने शासकीय सोसायटी में धान बेचने के लिए पंजीयन कराया है पिछले साल की अपेक्षा 10 प्रतिशत किसानों की संख्या बढ़ी है उसके बाद भी अधिकारियों ने जमकर लापरवाही बरती। पहले नवम्बर माह से फरवरी माह तक धान खरीदी की जाती थी। लेकिन इस बार दिसम्बर माह से जनवरी माह तक केवल 41 दिन ही धान खरीदी हो रही है। अधिकारियों ने धान खरीदी के पूर्व कोई ठोस योजना तैयार नही की थी। यही वजह है कि 30 प्रतिशत की धान खरीदी हुई नही थी। और पूरी व्यवस्था चरमरा चुकी है। कई सोसाइटीयों में धान रखने के लिए जगह नही होने एवं बारदाना भी समाप्त होने के कारण दो – दो तीन दिन तक बंद हो चुकी है।
विक्की शर्मा ने कहा कि पूर्व में मिलर्स एवं संग्रहण केन्द्र स्वयं हमाल लेकर आते थे लेकिन इस बार अधिकारियों द्वारा दबाव बनाया जा रहा है कि हमाल की व्यवस्था समिति द्वारा की जायेगी। अगर सोसायटी के हमाल ट्रकों में धान भरने का काम करेंगे तो तौल और बारदाना की सिलाई कौन करेंगा। अरबों रुपए का धान खरीदी केन्द्रों में पड़ा हुआ है अगर मौसम खराब हुआ तो जिम्मेदार कौन होगा। अधिकारियों द्वारा यह निर्देश जारी किया जा रहा है कि अब किसानों के ही बारदाना में धान खरीदी की जायेगी लेकिन इस बात को नजर अंदाज किया गया कि किसानों के पास प्लाटिक की बोरी है जुट का बोरी कहा से लायेगें। उधर बारदाना की दाम डबल हो गई है इससे किसानों को बडा नुकसान हो रहा है। उक्त मांग को लेकर शिवसेना जिला अध्यक्ष शैलेन्द्र सोनी के नेतृत्व में देवरी कूच करने की तैयार चल रही है। जिसके लिए लगतार बैठकों का दौर जारी है।
शिव सेना द्वारा बेरोजगार किसान मोर्चा की तैयारी शुरू… बाघनदी से राजधानी रायपुर तक राज्य व केंद्र सरकार के खिलाफ होगा प्रदर्शन
