चंडीगढ़ (एजेंसी)। हरियाणा में बर्ड फ्लू की पुष्टि हो गई है। पंचकूला के तीन पोल्ट्री फार्म में से दो के नमूने जांच में पॉजिटिव मिले हैं। पशुपालन विभाग ने नमूनों को भोपाल की लैब में जांच के लिए भेजा था। जालंधर लैब की पहली रिपोर्ट में बर्ड फ्लू की पुष्टि नहीं हुई थी। पशुपालन मंत्री जेपी दलाल ने इसकी जानकारी दी।
चंडीगढ़ में आयोजित प्रेस वार्ता में दलाल ने बताया कि सिद्धार्थ पोल्ट्री फार्म गांव खेड़ी, रायपुरानी और नेचर पोल्ट्री फार्म ढांढलवर गांव धनौली की मुर्गियों में बर्ड फ्लू मिला है। इनमें एच5एन8 इन्फ्लूएंजा पाया गया है। यह ज्यादा घातक नहीं है। एच5एन1 इन्फ्लूएंजा सबसे घातक माना जाता है।
एसकेएम पोल्ट्री फार्म गांव मौली की रिपोर्ट निगेटिव आई है। जिन दो फार्म में बर्ड फ्लू की पुष्टि हुई है, उनके एक किलोमीटर के दायरे में आने वाले 5 पोल्ट्री फार्म की 1 लाख 66 हजार 328 मुर्गियों को मारकर जलाया या दबाया जाएगा। एक से दस किलोमीटर के दायरे में आने वाले फार्म की मुर्गियों की निगरानी रखी जाएगी।
पांच फार्म की मुर्गियों को मारने के लिए 40-50 टीमें गठित कर दी गई हैं। इन पोल्ट्री फार्म के संचालकों को प्रति मुर्गी 90 रुपये मुआवजा दिया जाएगा। पोल्ट्री फार्म के कर्मचारियों की स्वास्थ्य जांच स्वास्थ्य विभाग करेगा। बर्ड फ्लू की पुष्टि वाले फार्म के एक किलोमीटर के दायरे के फार्म में कार्यरत कर्मचारियों को एंटी वायरल दवाइयां दी जाएंगी। पशुपालन मंत्री ने कहा कि लोगों की सेहत पर इसका कोई असर नहीं पड़ेगा। जींद के सफीदों में स्थित पोल्ट्री फार्म की मुर्गियों की भी निगरानी रखी जाएगी। स्वास्थ्य विभाग उन कर्मचारियों के नमूने भी लेगा, जिन्हें सर्दी, जुकाम की शिकायत है।
हरियाणा में बर्ड फ्लू की पुष्टि: भोपाल की लैब से 3 में से 2 सैंपल की रिपोर्ट आई पॉजिटिव
