नई दिल्ली। सूर्य ग्रहण 14 दिसंबर को लगेगा। यह ग्रहण मार्गशीर्ष अमावस्या तिथि पर लग रहा है। सूर्य ग्रहण की शुरुआत 14 दिसंबर की शाम 7 बजकर 03 मिनट से होगी और 15 दिसंबर की रात 12 बजे के करीब समापन बताया जा रहा है। यह सूर्य ग्रहण दक्षिण अमेरिका, अटलांटिक महासागर, अफ्रीका आदि देशों में देखा जा सकेगा। भारत में दिखाई न देने के कारण ग्रहण का सूतक काल मान्य नहीं होगा। ग्रहण के दौरान गर्भवती महिलाओं को विशेष सावधानी बरतनी चाहिए।
गर्भवती महिलाएं रखें विशेष सावधानी
ग्रहण काल में गर्भवती महिलाओं के लिए अधिक विचार किया जाता है। माना जाता है कि ग्रहण के हानिकारक प्रभाव से गर्भ में पल रहे शिशु के शरीर पर उसका नकारात्मक असर होता है। इसलिए गर्भवती महिलाओं को ग्रहण के दौरान बाहर नहीं निकलने की सलाह दी जाती है।
इन चीजों का प्रयोग न करें
ग्रहण के दौरान गर्भवती महिलाओं को ग्रहण के सीधे प्रभाव में न आने के साथ-साथ उन्हें चाकू-छुरी या तेज धार वाले हथियार का प्रयोग भी नहीं करना चाहिए। क्योंकि ऐसा करने से गर्भ में पल रहे शिशु के शरीर पर उसका बुरा असर होता है। इसके साथ ही ग्रहण की अवधि में सिलाई-कढ़ाई का कार्य भी न करें और न ही किसी प्रकार की चीज़ों का सेवन करें।
घर की खिड़कियों को रखें बंद
खिड़कियों को अखबारों या मोटे पर्दों से ढक देना, ताकि ग्रहण की कोई भी किरण घर में प्रवेश न कर सके। ग्रहण के दौरान या पहले भोजन बना हुआ है तो उसे फेंकना नहीं चाहिए। बल्कि उसमें तुलसी के पत्ते डालकर उसे शुद्ध कर लेना चाहिए। ग्रहण के समाप्ति के बाद स्नान-ध्यान कर घर में गंगाजल छिड़कना चाहिए और फिर जाकर भोजन ग्रहण करना चाहिए।
ग्रहण के दौरान करें ये चीजें
गर्भवती महिलाओं को ग्रहण के दौरान भगवान का ध्यान करना चाहिए। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार ग्रहण काल में मंत्र जप करना चाहिए। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार ग्रहण के समय गर्भवती महिलाओं को अपने पास एक नारियल रखना चाहिए। नारियल रखने से नकारात्मकता नहीं आती है।