स्पोट्र्स डेस्क (एजेंसी)। किंग्स इलेवन पंजाब के कप्तान लोकेश राहुल ने इंडियन प्रीमियर लीग मैच में रविवार को चेन्नई सुपर किंग्स से हार के कारण प्लेऑफ की दौड़ से बाहर होने के बाद कहा कि दिल्ली कैपिटल्स के खिलाफ 20 सितंबर को शॉर्ट रन का फैसला उनकी टीम को भारी पड़ा। इंडियन प्रीमियर लीग में शुरुआती मैचों के बाद शानदार वापसी करने वाली पंजाब की टीम रविवार को चेन्नई सुपर किंग्स के खिलाफ अपने करो या मरो वाले मैच में हार गई। राहुल ने चेन्नई के खिलाफ नौ विकेट से मैच गंवाने के बाद अवॉर्ड सेरेमनी में कहा कि यह (टूर्नामेंट अभियान) निराशाजनक रहा। यह निराशाजनक है कि कई मैचों में अच्छी स्थिति में होने के बाद भी हम नतीजों को अपने पक्ष में नहीं कर पाए। इसके जिम्मेदार हम खुद जिम्मेदार हैं।
उन्होंने कहा कि वह शॉर्ट रन (20 सितंबर को दिल्ली के खिलाफ) हमें महंगा पड़ा। उस मैच के सुपर ओवर में जाने से पहले टीवी फुटेज से पता चला कि स्क्वेयर लेग अंपायर नितिन मेनन ने 19वें ओवर की तीसरी गेंद पर क्रिस जोर्डन को शॉर्ट रन के लिए टोका था। टीवी रिप्ले से हालांकि जाहिर था कि जोर्डन का बल्ला क्रीज के भीतर था जब उन्होंने पहला रन पूरा किया। मेनन के मुताबिक जोर्डन क्रीज तक नहीं पहुंचे हैं जिससे पंजाब के स्कोर में एक ही रन जोड़ा गया। तकनीकी साक्ष्य होने के बावजूद फैसला नहीं बदला गया। आखिरी ओवर में पंजाब को 13 रन चाहिए थे और पंजाब की टीम एक रन पीछे रह गई। मैच सुपर ओवर में चला गया जिसमें दिल्ली ने जीत दर्ज की।
चेन्नई के खिलाफ हार का सामना करने पर उन्होंने कहा कि हमने अच्छी बल्लेबाजी नहीं की। यह दबाव वाला मैच था, हमें उम्मीद थी कि हम 180-190 रन का स्कोर करेंगे। हम दबाव को झेलने में विफल रहे। राहुल ने टूर्नामेंट के 14 मैचों में 670 रन बनाए। उन्होंने कहा कि टीम के प्रदर्शन में निरंतरता नहीं रही। उन्होंने कहा कि टीम ने अच्छा क्रिकेट खेला लेकिन हमारे प्रदर्शन में निरंतरता नहीं थी। शुरुआती मैचों में टीम की गेंदबाजी और बल्लेबाजी एक साथ नहीं चली, लेकिन बाद के मैचों में हमने जैसी वापसी की उस पर हमें फख्र है।