हमारे हिन्दु धर्म में तुलसी के पौधे को घर-आंगन में माता की तरह पूजा जाता है। तुलसी के पौधे का जितना पौराणिक महत्व है उससे कही ज्यादा यह पौधा अपने औषधिय गुणों के लिए जाना जाता है। आज लोगों में गंभीर बीमारियों का खतरा बढऩे लगा है उसके इलाज के लोगों का झुकाव भी ऐलोपैथी की तरफ ज्यादा होने लगा है।
बेहरेपन की समस्या का इलाज
इसके लिए तुलसी के रस में कपूर मिलाकर उसको हल्का गर्म कर लें। इसके बाद उसकी कुछ बूंदे कान में डालें।
तुलसी के रस को हल्का गुनगुना करके भी अपने कान में डाल सकते हैं। तुलसी के पत्तों का यह इलाज कुछ ही दिनों में कानों की परेशानियों के साथ-साथ बहरेपन की समस्या को भी दूर करता है।
तुलसी की पत्तियाँ का यह इलाज बहरेपन की समस्या के लिए सबसे कारगर माना गया है। इसलिए अगर आप भी डॉक्टरी इलाज से थक गए हैं तो फिर एक बार आपको यह घरेलू उपचार करके जरूर देखना चाहिए।