इस बार एकता पैनल और जय व्यापार पैनल के बीच सीधा मुकाबला
भिलाई। प्रदेश में व्यापारियों के सबसे बड़े संगठन छत्तीसगढ़ चेम्बर ऑफ कामर्स एंड इंडस्ट्रीज के चुनाव की तैयारियां हो चुकी हैं। इस बार एकता पैनल व जय व्यापार पैनल के बीच मुकाबला है। एक ओर जहां एकता पैनल श्रीचंद सुंदरानी को अध्यक्ष बनाने की कवायद कर रहा है तो जय व्यापार पैनल से अमर परवानी ने अपनी तैयारियां शुरू कर दी हैं। इस बीच एक खबर आ रही है कि इस बार युवा चेम्बर बड़ा धमाका कर सकता है। वर्तमान कार्यकाल को लेकर युवा व्यपारियों में कहीं न कहीं नाराजगी है। यही नाराजगी दीपावली पर एक बड़े धमाके के रूप में सामने आ सकता है।
बता दें कि छत्तीसगढ़ चेम्बर ऑफ कामर्स एंड इंडस्ट्री के चुनाव जनवरी 2021 में प्रस्तावित हैं। वर्तमान में एकता पैनल पद पर है लेकिन इन कार्यकाल विवादों में रहा। अध्यक्ष से लेकर महासचिव व कोषाध्यक्ष तक आपस में खींचतान होती रही। सूत्रों की माने तो इस बार एकता पैनल के भीतर ही पदाधिकारी चयन को लेकर घमासान मचा हुआ है। पूर्व विधायक श्रीचंद सुंदरानी के नाम पर व्यापारियों में सहमति है लेकिन वे चुनाव लड़ेंगे यह तय नही है। यही नहीं वर्तमान अध्यक्ष जितेन्द्र बरलोटा ने भी चुनाव लडऩे से इंकारी कर दिया है इसके बाद भी अध्यक्ष से लेकर अन्य पदों के लिए एकता पैनल में दावेदारों की लंबी लाइन लगी हुई है।
युवा चेम्बर की भूमिका होगी अहम
इस बात से इंकार नहीं किया जा सकता कि इस बार चेम्बर के चुनाव में युवा चेम्बर की भूमिका अहम होगी। सूत्रों की माने तो इस बार दीपावली मिलन कार्यक्रम के दौरान युवा चेम्बर बड़ा धमाका कर सकता है। युवा चेम्बर की रणनीति इस बार वरिष्ठों की जमीन खींच सकती है। फिलहाल यह तय नहीं है कि युवा चेम्बर क्या कदम उठाएगा लेकिन इतना तय है कि इस बार के चुनाव दावेदारों के लिए आसान नहीं होने वाले। दीपावली मिलन कार्यक्रम के दौरान युवा चेम्बर के पदाधिकारी बड़ी घोषणा कर सकते हैं। छत्तीसगढ़ चेम्बर की नजरे भी युवा चेम्बर की रणनीति पर है, क्योंकि वर्तमान पदाधिकारियों से लेकर दोनों पैनल के दावेदारों को इस बात की भनक है कि युवा चेम्बर इस बार के चुनाव में कुछ उठापटक कर सकता है।
बढ़ सकती है युवा व्यापारियों की दखल
चेम्बर के चुनाव में इस बार युवा व्यापारियों की दखल बढ़ सकती है। इसके पीछे स्पष्ट व सीधा कारण यह है कि प्रदेश में युवा व्यपारियों की संख्या अत्याधिक है। पिछले कुछ वर्षों में चेम्बर के भीतर जिस तरह से खींचनात हुई है उसे लेकर युवा व्यापारी वर्ग काफी नाराज बताया जा रहा है। युवा व्यापारियों की यह नाराजगी इस बार चुनाव में दिखेगी इससे इंकार नहीं किया जा सकता। वरिष्ठ व्यापारी व पुराने पदाधिकारी भी इस बात से वाकिफ हैं कि इस बार चुनाव उनके लिए आसान नहीं है। युवा चेम्बर ने युवा व्यापारियों के साथ मिलकर अपनी रणनीति पर काम करना शुरू कर दिया है और जल्द ही इसे लेकर बड़ी घोषणा सामने आ सकती है। फिलहाल देखना है कि वरिष्ठ व्यापारी युवा व्यापारियों के बीच तालमेल बैठा पाते हैं या नहीं।