नई दिल्ली (एजेंसी)। अपने पाले हुए आतंकवादियों से जम्मू-कश्मीर में खून-खराबा कराने में लगातार नाकाम हो रहा पाकिस्तान अब नई साजिशें रचने में जुटा है। पड़ोसी देश ने इस्लामिक स्टेट की तर्ज पर कश्मीर में अब ड्रोन से बम बरसाने की प्लानिंग की है। पाकिस्तान की सेना ने जम्मू-कश्मीर में विस्फोटक भरे ड्रोन से हमले कराने के लिए आतंकी समूहों को प्रशिक्षित करना शुरू कर दिया है। ये कदम इस्लामिक स्टेट के लड़ाकों से प्रेरित है, जिन्होंने इराक और सीरिया में सेना को निशाना बनाने के लिए व्यावसायिक रूप से उपलब्ध ड्रोन या क्वाडकॉप्टर का इस्तेमाल किया है।
इंटेलिजेंस इनपुट के मुताबिक, पाकिस्तान का इंटर सर्विसेज इंटेलिजेंस सस्ते ड्रोन्स के जरिए ना केवल सर्विलांस और प्रोपेगेंडा के लिए हमलों के लाइव फीड कैप्चर करना चाहता है बल्कि इनसे बम अटैक करके इस्लामिक स्टेट की सफलता को दोहराना चाहता है। इस साल अप्रैल में पंजाब प्रांत के तक्षशिला में लश्कर-ए-तैयबा और जैश-ए-मोहम्मद के कमांडरों के साथ बैठक में आईएसआई ने सबसे पहले अपनी योजना रखी। पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर के कोटली जिले में ब्रिगेड मुख्यालय में अगले महीने एक अहम बैठक हुई।
इन बैठकों में जिन विकल्पों की खोज की गई थी, उनमें क्वाडकोप्टर का उपयोग था जिसकी रेंज तीन किमी की सीमा तक हो सकती है और 5 किलो तक विस्फोटक ले जा सकता है। ये ड्रोन दुश्मन के ठिकानों पर कम मात्रा में गोला-बारूद गिराने के लिए प्रयोग किए जाते हैं।
एक वरिष्ठ भारतीय आतंकवाद निरोधी अधिकारी ने कहा कि बीएसएफ और सेना को कहा गया है कि वे सीमा के पास सुरक्षा शिविरों और चौकियों को निशाना बनाने के लिए इस्तेमाल हो सकने वाले ड्रोन्स को बेअसर करने के लिए तैयार रहें। लेकिन अगर ड्रोन सीमा पार से उड़ान भरते हैं, तो ये एकतरफा नहीं होगा। अधिकारी ने कहा, “अगर पाकिस्तान इसे शुरू करता है, तो जवाबी हमले हो सकते हैं।” उन्होंने कहा कि पाकिस्तानी योजना के बारे में इनपुट्स आने के बाद (सुरक्षा) बलों ने इस पर काम शुरू कर दिया है।
बता दें कि पाकिस्तानी एजेंसियों, उसके उपकरणों, हथियारों और नार्को-ट्रैफिकर्स ने पंजाब और जम्मू-कश्मीर में ड्रोन का इस्तेमाल किया है, लेकिन अब तक इसका इस्तेमाल ड्रग, हथियार, विस्फोटक और नकली भारतीय मुद्रा की तस्करी के लिए किया गया है। भारत ने हाल ही में पाकिस्तान की ओर से हथियार लेकर भेजे गए कई ड्रोन्स को जब्त किया है।