भिलाई। नगर निगम भिलाई के 130 ठेकेदार करोंड़ों का भुगतान रुकने से सड़क पर आ गए हैं। 2017 में किए गए कार्यों का अब तक भुगतान न होने के कारण पिछले 11 दिनों से कामकाज बंद कर निगम के सामने हड़ताल कर रहे हैं। इन ठेकेदारों की एक ही मांग है कि उनके द्वारा पूरे किए गए कार्यों का निगम द्वारा भुगतान कर दिया जाए। इस मामले में गुरुवार को नगर निगम भिलाई की कान्ट्रेक्टर एसोसिएशन ने प्रेसवार्ता के माध्यम से अपनी बात रखी। एसोसिएशन के अध्यक्ष राजेन्द्र पाटनी, उपाध्यक्ष सोनू पाण्डेय, सहासचिव शिव शंकर सेंगर, सचिव प्रमोद पाण्डेय, प्रमोद तिवारी आदी ने अपनी समस्याओं से अवगत कराया।
निगम ठेकेदारों ने प्रेसवार्ता के जरिए बताया कि 2017 में किए गए कार्यों का भुगतान आज तक लंबित है। निगम के 130 ठेकेदारों का लगभग 25 करोड़ रुपए निगम के जाम है जिसका भुगतान नहीं किया जा रहा है। ठेकेदारों का कहना है कि यह सभी कार्य विधानसभा चुनाव के पूर्व कराए गए हैं। इन कार्यों को पूरा करने के बाद ठेकेदारों ने अपने बिल सबमिट कर दिए जिसका आज तक भुगतान नहीं किया गया है। एसोसिएशन के अध्यक्ष राजेन्द्र पाटनी ने बताया कि पिछले दिनो महापौर देवेन्द्र यादव ने धरना स्थल पहुंचकर भुगतान कराने का आश्वासन दिया लेकिन वे समय नहीं बता पाए। उन्होंने कहा कि जब कार्य हुए तब देवेन्द्र यादव ही महापौर थे और आज भी वही हैं। सभी निगम द्वारा जारी वर्क आर्डर पर हुए। इसके बाद भी निगम द्वारा भुगतान नहीं किया जा रहा है।
हड़ताली ठेकेदारों ने कहा कि हमारी मांग है कि 2017 से लंबित सभी भुगतान किया जाए। निगम द्वारा शासन से फंड नहीं आने का बहाना किया जा रहा है जो कि सही नहीं है। हमने निगम प्रशासन के कार्यादेश पर काम किया है तो हमारा भुगतान होना चाहिए। ठेकेदारों का कहना है कि पूर्व में विभिन्न मद जैसे ब्याज मद, पर्यावरण मद, शिक्षा उपकर आदि के माध्यम से कार्य कराए गए अब कहते हैं ऐसे कोई मद बने ही नहीं। आखिरी हम ठेकेदारों का कसूर क्या है। भुगतान नहीं होने के कारण ठेकेदारों की आर्थिक स्थिति खराब हो गई है। सप्लायर सामान नहीं दे रहा, लेबर काम पर नहीं आ रहे। ठेकेदारों ने भुगतान के लिए आगामी दीपावली त्योहार का भी हवाला दिया है ताकि उनके घर की दीपावली ठीक से मनाई जा सके।
शासन से की है राशि की मांग
ठेकेदारों के भुगतान को लेकर नगर निगम गंभीर है। शासन से फंड की मांग की गई है। शासन से फंड मिलते ही सभी ठेकेदारों का भुगतान कर दिया जाएगा।
ऋतुराज रघुवंशी, आयुक्त नगर निगम भिलाई