भिलाई। वर्तमान जीवनशैली व शिक्षा प्रणाली के इतर पंडित जयंत पाण्डेय वेद पुरणों की शिक्षा देने विशेष पहल कर रहे हैं। उन्होंने जयंत पाण्डेय गुरुकुल फाउंडेशन की स्थापना की है जिसके माध्यम से वे संंस्कृत की शिक्षा देंगे। साथ योग व ध्यान की कक्षाएं भी संचालित होंगी। रोजना सुबह 6 से 8 बजे तक योग व ध्यान तथा शाम 6 से 8 बजे तक संस्कृत की पाठशाला लगेगी। गुरुकुल फाउंडेशन के उद्देश्यों को लेकर पंडित जयंत पाण्डेय ने आज प्रेसवार्ता के माध्यम से जानकारी दी। इस मौके पर उनके साथ कान्हा महाराज, सुबोध ठाकुर, मोहन माखिजा, सीएम पियुष जैन, राम अवतार अग्रवाल आदि उपस्थित रहे।
प्रेसवार्ता के माध्यम से पंडित जयंत पाण्डेय ने बताया कि वर्तमान समय में देश के युवा हमारे पौराणिक सभ्यता को भूलते जा रहे हैं। लोग वेस्टर्न कल्चर से इतना ज्यादा प्रभावित हैं कि वे अपनी संस्कृति व मूल्यों से दूर होते जा रहे हैं। लोगों में वैदिक शिक्षा को लेकर बहुत सी भ्रांतियां हैं और इन्हींं भ्रांतियों को दूर करने के लिए हमारा फाउंडेशन कक्षाएं शुरू करने जा रहा है। इन कक्षाओं में आध्यात्म, वैदिक व संस्कृत, भारतीय मूल्यों की जानकारी, योग, ध्यान और ज्योतिष की विधाओं को शामिल किया गया है। इन कक्षाओं के लिए लोगों को किसी भी प्रकार का शुल्क नहीं देना है केवल ऑनलाइन पंजीयन कर इससे जुड़ा जा सकता है।
पंडित जयंत पाण्डेय ने बताया कि जल्द ही फाउंडेशन द्वारा संस्कृत की ऑनलाइन कक्षाएं शुरू की जाएंगी। कोरोना संक्रमण को देखते हुए फिलहाल यह निर्णय लिया गया है। पंडित जयंत पाण्डेय ने बताया कि योग की कक्षाएं भिलाई शहर के अलग अलग स्थलों पर होंगी। स्मृति नगर, टाउनशिप, खुर्सीपार सहित चार से पांच केन्द्र बनेंगे जहां हमारे शिक्षक योग व ध्यान की शिक्षा देंगे। पंडित पाण्डेय ने बताया कि फाउंडेशन द्वारा 21 दिनों के विशेष बैच शुरू किए जाएंगे। ऑनलाइन कक्षाओं के लिए लिंक साझा किया जाएगा जिसके जरिए इच्छुक व्यक्ति इससे जुड़ पाएंगे। पंडित पाण्डेय ने बताया कि इन कक्षाओं का उद्देश्य लोगों को मानसिक व शारीरिक रूप से स्वस्थ्य बनाना है। उन्होंने कहा यदि कोई भी व्यक्ति रोजाना 2 घंटे ध्यान व योग करे तथा संयंमित जीवनशैली को अपनाएं तो वह हमेशा स्वस्थ्य रह सकता है।