नई दिल्ली (एजेंसी)। भारतीय रिजर्व बैंक (क्रक्चढ्ढ) ग्राहकों को बेहतर सुविधाएं प्रदान करने के लिए आए दिन किसी नई सुविधा का ऐलान करता रहता है। अब आरबीआई ने करोड़ों ग्राहकों के लिए एक और बड़ी घोषणा की है। आरबीआई ने रियल टाइम ग्रॉस सेटलमेंट (क्रञ्जत्रस्) सिस्टम को दिसंबर 2020 से 24 घंटे सातों दिन चालू रखने का ऐलान किया है। यानी दिसंबर से आपको बड़ी रकम ट्रांसफर करने के लिए बैंक के खुलने और बंद होने का इंतजार नहीं करना होगा।
मौद्रिक नीति समिति के फैसलों की घोषणा करते समय गवर्नर शक्तिकांच दास ने ग्राहकों को यह तोहफा दिया। फिलहाल, ग्राहकों के लिए आरटीजीएस सिस्टम की टाइमिंग सुबह सात बजे से शाम छह बजे तक है। दूसरे और चौथे शनिवार को, जब बैंक की छुट्टी होती है, तब यह सुविधा भी बंद रहती है। इसके साथ ही रविवार को भी यह सर्विस बंद रहती है। आरबीआई ने देश भर में डिजिटल बैंकिंग को बढ़ावा देने के लिए यह कदम उठाया है। कोरोना काल में डिजिटल बैंकिंग का उपयोग बढ़ गया है। आपको बता दें कि आरटीजीएस के तहत न्यूनतम ट्रांसफर अमाउंट दो लाख रुपये है। वहीं अधिकतम राशि की कोई सीमा नहीं है।
ऐसे समझे आरटीजीएस के मायने
आरटीजीएस का मतलब है रियल टाइम ग्रॉस सेटलमेंट सिस्टम। ‘रियल टाइमÓ का मतलब है तुरंत। मतलब जैसे ही आप पैसा ट्रांसफर करें, कुछ ही देर में वह खाते में पहुंच जाए। आरटीजीएस के जरिए जब आप लेनदेन करते हैं तो दूसरे खाते में तुरंत पैसा ट्रांसफर हो जाता है। छह जून 2019 को आरबीआई ने आम जनता को बड़ा तोहफा देते हुए रियल टाइम ग्रॉस सेटलमेंट और नेशनल इलेक्ट्रिक फंड ट्रांसफर (एनईएफटी) के जरिए होने वाला लेनदेन निशुल्क कर दिया था। यही देश में नेशनल इलेक्ट्रोनिक फंड ट्रांसफर (एनईएफटी) की सुविधा भी 24 घंटे दी जा रही है। इंटरनेट के जरिए दो लाख रुपये तक के लेन-देन के लिए एनईएफटी का इस्तेमाल किया जाता है। इसके जरिए किसी भी शाखा के किसी भी बैंक खाते से किसी भी शाखा के बैंक खाते को पैसा भेजा जा सकता है।