नई दिल्ली (एजेंसी)। सुशांत सिंह राजपूत की मौत हत्या थी या आत्महत्या, पिछले कई महीनों से यह सवाल अबूझ पहेली बनी हुई है। मगर अब सुशांत सिंह राजपूत मौत मामले में एम्स डॉक्टरों के पैनल ने हत्या-आत्महत्या की थ्योरी को सुलझा दिया है। एम्स पैनल ने इस बात का खुलासा किया है कि सुशांत सिंह की मौत आत्महत्या थी, हत्या नहीं। एम्स पैनल का नेतृत्व करने वाले डॉ सुधीर गुप्ता ने कहा कि सुशांत सिंह राजपूत की हत्या नहीं की गई थी, बल्कि यह आत्महत्या का केस है। सुशांत सिंह राजपूत के पोस्टमार्टम रिपोर्ट की जांच करने के बाद एम्स की टीम इस निषकर्ष पर पहुंची है।
इंडिया टूडे के मुताबिक, डॉक्टरों के पैनल ने सुशांत सिंह राजूपत की मौत मामले में मर्डर की बात को पूरी तरह से खारिज कर दिया। डॉक्टर ने कहा कि सुशांत सिंह राजपूत की मौत आत्महत्या का मामला है। बता दें कि एम्स के डॉक्टरों ने 29 सितंबर को अपनी जांच रिपोर्ट सीबीआई को सौंपी थी। एम्स के डॉक्टरों की यह टीम अपना काम कर चुकी है और अब सीबीआई रिपोर्ट का अध्ययन करने के बाद किसी नतीजे पर पहुंचेगी।
दरअस, सुशांत सिंह राजपूत की हत्या की आशंका को लेकर सुशांत के परिवार सहित कई लोगों ने सीबीआई से इस मामले में हत्या के एंगल से जांच शुरू करने का आग्रह किया था। सुशांत सिंह राजपूत 14 जून को अपने अपार्टमेंट में मृत पाए गए थे। सुशांत के परिवार ने रिया चक्रवर्ती पर आत्महत्या के लिए उकसाने और पैसे के कथित लेन-देन का आरोप लगाया है। फिलहाल, सुशांत सिंह केस से जुड़े ड्रग्स मामले में आरोपी रिया चक्रवर्ती जेल में हैं।
सबसे पहले सुशांत सिंह राजपूत की मौत का मामला सीबीआई के हाथ में जाने से पहले मुंबई पुलिस ने सबसे पहले इसे आत्महत्या का मामला माना था। हालांकि, सीबीआई इस मामले में आत्महत्या के लिए उकसाने के आरोपों के आधार पर जांच जारी रखेगी। यानी अब सीबीआई सुशांत की मौत का एंगल आत्महत्या पर रख सकती है और उसके मुताबिक आगे जांच कर सकती है।
गौरतलब है कि बीते दिनों सुशांत सिंह राजपूत के पिता के वकील विकास सिंह ने दावा किया था कि एम्स के एक डॉक्टर ने उन्हें बताया है कि सुशांत सिंह राजपूत की हत्या गला दबाकर की गई है। विकास सिंह ने एम्स डॉक्टर के हवाले से यह दावा किया था और इसका आधार उनके द्वारा भेजे गए फोटोग्राफ्स थे। फिलहाल, सुशांत सिंह राजपूत मौत की गुत्थी सुलझाने के लिए केंद्र सरकार की तीन-तीन एजेंसियां लगी हुई हैं- सीबीआई, ईडी और एनसीबी।