नई दिल्ली (एजेंसी)। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के सचिव राजेश भूषण ने मंगलवार को कोरोना बुलेटिन में कहा कि भारत में रिकवर मामलों की संख्या 44 लाख 90 हजार से ज्यादा हो गई है। ये विश्व की सबसे बड़ी संख्या है। देश का रिकवरी रेट 80 फीसदी से अधिक हो चुका है। पिछले 24 घंटों में देश में एक लाख से ज्यादा रिकवरी दर्ज की गई। स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने कहा कि विश्व के कुल कोरोना के मामलों का 17.7 फीसदी भारत में हैं। विश्व की कुल रिकवरी का 19.5 फीसदी हिस्सा भारत से हैं। हम कोरोना के मामलों को पहले डिटेक्ट कर पाएं हैं, जिस वजह से रिकवरी की स्थिति अच्छी है।
स्वास्थ्य सचिव ने कहा कि अब तक हम 6.5 करोड़ टेस्ट कर चुके हैं। पिछले शनिवार हमने एक दिन में 12 लाख टेस्ट किए थे। हमने सात जुलाई तक एक करोड़ टेस्ट किए थे। एक करोड़ से तीन करोड़ टेस्ट तक पहुंचने में देश को 27 दिन लगे। इसी बीच हम 1100 लैब से 1300 लैब पर पहुंचे। फिलहाल देश में 1700 से ज्यादा टेस्टिंग लैब हैं। स्वास्थ्य सचिव ने यह भी कहा कि पिछले चार दिनों में रिकवरी के मामलों की संख्या नए कोरोना के मामलों से ज्यादा है। प्रति 10 लाख आबादी पर मामले देखें तो हमारे यहां 4000 के करीब कोविड मामले हैं, अभी भी कई देशों में यह संख्या 20,000 के पास है। प्रति 10 लाख आबादी पर हमारे यहां 64 मृत्यु होती हैं, अन्य देशों में यह 500-600 से भी अधिक है।
देश में फिलहाल कोरोना के 9,75,861 सक्रिय मामले
स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि देश में फिलहाल कोरोना के 9,75,861 सक्रिय मामले हैं, अब तक 44,97,867 लोग ठीक हो चुके हैं। अब तक 88,935 लोगों की मौत हुई है। ऐक्टिव मामले कुल केस का 17.54 फीसदी हैं, जबकि रिकवर हुए लोगों का प्रतिशत 80.86 है। अब तक 1.60 फीसदी लोगों की मौत हुई है। स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि महाराष्ट्र, आंध्र प्रदेश, कर्नाटक, तमिलनाडु, यूपी, दिल्ली और पश्चिम बंगाल में ज्यादा मामले सामने आ रहे हैं। वहीं, नीति आयोग ने कहा कि 100 फीसदी लोगों को मास्क पहनना है। जब तक वैक्सीन नहीं मिलता, हमें यह सावधानी बरतनी जरूरी है।
मास्क से 36 से 50 फीसदी तक संक्रमण से बचा सकता है
विज्ञान कहता है कि मास्क की वजह से कोरोना के मामले में 36 से 50 फीसदी तक काबू किया जा सकता है। हर नागरिक को जिम्मेदारी के साथ कोरोना का सामना करना है। आप कहीं भी जाएं लेकिन लोग मास्क पहने। दो गज का दूरी का पालन करना हर जगह जरूरी है। त्योहार में एक साथ जमा न हों, नहीं तो समस्या हो सकती है। वहीं आईसीएमआर ने कहा कि हमारे पहले और दूसरे सीरो सर्वे यूपी और बिहार के राज्य शामिल हैं। दूसरे सर्वे के नतीजे जल्दी ही आ जाएंगे।