नई दिल्ली (एजेंसी)। आईपीएल में तीन स्थलों पर 60 मैचों का भार विकेटों के मिजाज पर बड़ा फर्क डालेगा। यूएई की पिचें पहले से ही धीमे मिजाज के लिए जानी जाती हैं। विशेषज्ञों की मानें तो जैसे-जैसे टूर्नामेंट आगे बढ़ेगा विकेट और धीमे होते जाएंगे। इसका फायदा स्पिनरों और धीमे गेंदबाजों को मिलेगा।
गेंद मनमाफिक अंदाज में बल्लेबाजों के बैट पर नहीं आ पाएगी। ऐसे में क्यूरेटरों और ग्राउंड्समैन का काम बेहद चुुनौतीपूर्ण होगा। बीसीसीआई के पूर्व चीफ क्यूरेटर दलजीत सिंह मानते हैं कि दुबई, शारजाह और अबुधाबी के विकेट धीमे रहते हैं। शुरुआत में काफी रन बनेंगे, लेकिन इसके बाद विकेट धीमे होते जाएंगे।
टूर्नामेंट काफी बड़ा है और पिचें कम हैं। ऐसे में उनकी देखभाल कैसे की जाती है और भारी रोलर का उपयोग किस तरह की किया जाता है, इससे काफी फर्क पड़ेगा। भारी रोलर का उपयोग करने से बाद में विकेट काफी धीमा हो जाता है।
दुबई में होने हैं 24 मैच
2014 में यूएई में 20 आईपीएल मुकाबले हुए थे जिसमें से दो पारियों में 200, नौ में 190 से ऊपर और 12 में 160 से ऊपर का स्कोर बना था। दुबई में हुए सात मैचों में एक में भी दो सौ का स्कोर नहीं बना। इस बार यहां 24 मैच होने हैं। अबु धाबी में सात मैच हुए थे। पंजाब और चेन्नई में हुए मैच में दोनों टीमों ने दो सौ से ऊपर का स्कोर खड़ा किया था, जिसमें पंजाब जीता था। इस बार यहां 20 मैच होने हैं। शारजाह में छह मैच हुए थे जहां दो में 190 से ऊपर केस्कोर बने थे।