दुर्ग। अंडा थाना क्षेत्र में हत्या का एक ऐसा मामला सामने आया जिसमें आरोपी ने बड़े ही शातिराना तरीके से बचने का प्रयास किया। पुलिस की सख्ती ने आरोपी को तोड़ दिया और पूरी वारदात की कहानी उसने बयां कर दी। दरअसल हत्या ेका यह मामला ऐसा है जिसमें आरोपी ने हत्या का हादसा बनाने का पूरा प्लान बना लिया लेकिन बार बार बदल रहे बयानों से उसका राज खुल गया। आखिरकार पुलिस के सामने वह टूटा और वारदात को अंजाम देने की बात कुबूल कर ली।
अंडा पुलिस के अनुसार घटना शुक्रवार की है। शनिवार की सुबह सड़क पर दो युवक पड़े हुए थे। देखने से ऐसा लग रहा था कि कोई हादसा हो गया। सुबह गांव वालों को हादसे और अनजान लोगों से मारपीट की झूठी कहानी सुना दी। खुद के बेहोश होने की बात भी कही। यह सब सुनकर गांव के लोगों ने इन्हें अस्पताल पहुंचाया था। जब युवकों को अस्पताल लाया तो इनमें से एक की मौत हो चुकी थी, दूसरे युवक को हल्की चोट आई थी। मामला पुलिस के पास पहुंचा और जब घायल युवक से पूछताछ हुई तो वह बार बार बयान बदलता रहा। इससे पुलिस को शक हुआ और कड़ाई से पूछताछ में उसने सारा किस्सा सुना दिया। पूरी वारदात अवैध संबंधों के कारण हुआ। अंडा थाना पुलिस के अनुसार पूछताछ में आरोपी लक्ष्मण चंद्राकर का उसके ममेरे भाई महिपाल चंद्राकर की पत्नी से संबंध है। लक्ष्मण ने बताया कि महिपाल और वह दोनों ही 1 साल से रायपुर की एक फैक्ट्री में काम करते हुए साथ रह रहे थे। 3 दिन पहले शुक्रवार को धान कुटाने के काम से वह महिपाल को लेकर अपने गांव ओटेबंद पहुंचा। शुक्रवार की रात शराब पीते वक्त महिपाल चंद्राकर और लक्ष्मण चंद्राकर के बीच पत्नी से संबंध की बात को लेकर झगड़ा हो गया। गुस्से में आकर लक्ष्मण ने मसाला कूटने वाले पत्थर से महिपाल के सिर पर जोरदार वार किया जिससे उसकी मौके पर ही उसकी मौत हो गई। इसके बाद देर रात आरोपी लक्ष्मण अपने दोस्त शुभम चंद्राकर की मदद से महिपाल के शव को ओटेबंद से दूर चिरपोटी तिराहा के पास लेकर आया। महिपाल के शव को युवकों ने यहां फेंक दिया। शुभम यहां से घर लौट गया और लक्ष्मण लाश के पास ही लेट गया और अपनी बाइक को ऐसे गिरा दिया, जिससे देखने वालों को यह एक सड़क हादसा लगे। सुबह गांव वालों को हादसे और अनजान लोगों से मारपीट की झूठी कहानी सुना दी। खुद के बेहोश होने की बात भी कही। यह सब सुनकर गांव के लोगों ने इन्हें अस्पताल पहुंचाया था।