रायपुर। यह रेल मंत्रालय के ध्यान में आया है कि अवेस्ट्रान इन्फोटेक के नाम से एक संस्था ने अपने वेबसाइट www.avestran.in पर 8 अगस्त को एक प्रमुख समाचार पत्र में एक विज्ञापन दिया है जिसमें कुल 5285 नंबर के खिलाफ आवेदन मांगे गए हैं। 11 साल के अनुबंध पर भारतीय रेलवे में आउटसोर्सिंग के आधार पर आठ श्रेणियों में पद होने की बात कही गई है। आवेदकों को ऑनलाइन 750 रुपए का शुल्क जमा करने के लिए कहा गया है और आवेदन प्राप्त करने की अंतिम तिथि 10 सितंबर 2020 उल्लेख किया गया है। रेल मंत्रालय ने उक्त विज्ञापन का फर्जी बताते हुए ऐसे किसी भी भर्ती से इंकार किया है। रेलवे ने इसकी जांच शुरू कर दी है और उपरोक्त एजेंसी व इसमें शामिल व्यक्तियों के खिलाफ कानून के अनुसार सख्त कार्रवाई करने जा रहा है।
रेल मंत्रालय ने कहा है कि किसी भी रेलवे भर्ती के लिए विज्ञापन हमेशा भारतीय रेलवे द्वारा ही किया जाता है। किसी भी निजी एजेंसी को ऐसा करने के लिए अधिकृत नहीं किया गया है। यदि कोई निजी एजेंसी ऐसे विज्ञापन जारी करता है तो वह गैरकानूनी है। इस संबंध में, यह भी स्पष्ट किया जाता है कि भारतीय रेलवे पर ग्रुप ‘सी. और पूर्ववर्ती ‘डी. पदों की विभिन्न श्रेणियों की भर्ती वर्तमान में 21 रेलवे भर्ती बोर्डों (आरआरबी) और 16 रेलवे भर्ती सेल (आरआरसी) द्वारा की जाती है। और किसी अन्य एजेंसी द्वारा नहीं। भारतीय रेलवे पर रिक्तियां केंद्रीय रोजगार सूचना (सीईएक) के माध्यम से व्यापक प्रचार देकर भरी जाती हैं।
रेलवे ऑन लाइन आवेदन पूरे देश में योग्य उम्मीदवारों से लिए जाते हैं। केंद्रीय रोजगार सूचना को रोजगार समाचार के माध्यम से प्रकाशित किया जाता है और राष्ट्रीय दैनिक और स्थानीय समाचार पत्रों में एक संकेत दिया जाता है। आरईबी, आरआरसी की आधिकारिक वेबसाइटों पर भी सीईएन को प्रदर्शित किया जाता है। सभी आरआरबी, आरआरसी का वेबसाइट पता सीईएन में उल्लिखित है। रेल मंत्रालय ने यह भी स्पष्ट किया गया है कि रेलवे ने किसी भी निजी एजेंसी को अधिकृत नहीं किया है कि वह अपनी ओर से कथित भर्ती एजेंसी द्वारा कथित रूप से कर्मचारियों की भर्ती कर सके।