नईदिल्ली (एजेंसी)। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज मन की बात की 67 वीं कड़ी में देश के लोगों को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि देश में अभी कोरोना का खतरा टला नहीं है। एकजुटता व संयुक्त प्रयासों के साथ ही इससे जीता जा सकता है। पछले कुछ महीनों से देश ने एकजुट होकर जिस तरह कोरोना से मुकाबला किया है, उसने अनेक आशंकाओं को गलत साबित किया है। देश में रिकवरी रेट अन्य देशों के मुकाबले बेहतर है, मृत्यु-दर भी दुनिया के ज्यादातर देशों से काफी कम है। निश्चित रूप से एक भी व्यक्ति को खोना दुखद है, लेकिन भारत अपने लाखों देशवासियों का जीवन बचाने में सफल भी रहा है।
इससे पहले पीएम मोदी ने मन की बात करगिल विजय दिवस के साथ शुरू की। उन्होंने कहा कि कारगिल का युद्ध जिन परिस्थितियों में हुआ था, वो भारत कभी नहीं भूल सकता। पाकिस्तान ने बड़े-बड़े मंसूबे पालकर भारत की भूमि हथियाने और अपने यहां चल रहे आन्तरिक कलह से ध्यान भटकाने को लेकर दुस्साहस किया था। आप कल्पना कर सकते हैं। ऊंचे पहाड़ों पर बैठा हुआ दुश्मन और नीचे से लड़ रही हमारी सेना, हमारे वीर जवान लेकिन जीत पहाड़ की ऊंचाई की नहीं, भारत की सेनाओं के ऊंचे हौंसले और सच्ची वीरता की हुई।
बिना जाने सोशल मीडिया में शेयर करने से बचें
कभी-कभी हम इस बात को समझे बिना सोशल मीडिया पर ऐसी चीजों को बढ़ावा दे देते हैं जो हमारे देश का बहुत नुकसान करती हैं। कभी-कभी जिज्ञासावश फॉरवर्ड करते रहते हैं। पता है गलत है ये करते रहते हैं। पीएम मोदी ने कहा कि ऐसी चीजों से बचना चाहिए। कभी हमें मास्क से तकलीफ होती है और मन करता है कि चेहरे पर से मास्क हटा दें। बातचीत करना शुरू करते हैं। जब मास्क की ज्यादा जरूरत होती है, उसी समय मास्क हटा देते हैं।

युवा टैलेंट और स्किल के दम पर कर रहे हैं नए प्रयोग
सकारात्मक अप्रोच से हमेशा आपदा को अवसर में विपत्ति को विकास में बदलने में मदद मिलती है। हम कोरोना के समय भी देख रहे हैं कि कैसे देश के युवाओं-महिलाओं ने टैलेंट और स्किल के दम पर कुछ नए प्रयोग शुरू किए हैं। बंबू से आप अगर इनकी क्वालिटी देखेंगे तो भरोसा नहीं होगा कि बांस की बोतलें भी इतनी शानदार हो सकती हैं और फिर ये बोतलें इको-फ्रेंडली भी हैं।
भारत को आत्मनिर्भर बनाने के लिए कर रहे हैं हटकर काम
छोटे-छोटे स्थानीय उत्पादों से कैसे बड़ी सफलता मिलती है, इसका एक उदहारण झारखंड से भी मिलता है। मैं देश के दो इलाकों के बारे में भी बात करना चाहता हूं, दोनों एक-दूसरे से सैकड़ों किलोमीटर दूर हैं और अपने-अपने तरीके से भारत को आत्मनिर्भर बनाने के लिए कुछ हटकर के काम कर रहे हैं। एक है लद्दाख और दूसरा है कच्छ। साथियो जब हम कुछ नया करने का सोचते हैं, इनोवेटिव सोचते हैं तो ऐसे काम भी संभव हो जाते हैं, जिनकी आम-तौर पर कोई कल्पना नहीं करता, जैसे कि बिहार के कुछ युवाओं को ही लीजिए। बिहार के कुछ युवा पहले सामान्य नौकरी करते थे। फिर वे मोती की खेती करने लगे। वे इससे अब काफी कमाई कर रहे। मोदी ने कहा कि बिहार की मधुबनी पेंटिंग वाले मास्क मशहूर हो रहे हैं। मोदी ने उन बांस की बोतलों, टिफिन बॉक्स का जिक्र किया जिन्हें नॉर्थ ईस्ट के लोग बना रहे हैं।
पंचायतों ने किए काफी अच्छे प्रयास
कोरोना काल में ग्रामीण क्षेत्रों ने देश को दिशा दिखाई। पंचायतों ने काफी अच्छे प्रयास किया। जम्मू की सरपंच बलबीर कौर ने 30 बेड का एक क्वारंटाइन सेंटर बनवाया। बलबीर ने खुद पूरी पंचायत में सैनिटाइजेशन का काम किया। जेतूना बेगम ने अपनी पंचायत में कोरोना से जंग के साथ रोजगार के अवसर पैदा किए। फ्री मास्क, फ्री राशन बांटा। फसलों के बीज दिए ताकि खेती में दिक्कत न आए। अनंतगान में मोहम्मद इकबाल ने सैनिटाइजेशन के लिए खुद ही स्प्रेयर मशीन बना ली। यह मशीन बाहर से 6 लाख की थी जो उन्होंने सिर्फ 50 हजार में।
पाकिस्तान पर साधा निशाना
करगिल दिवस पर पीएम मोदी ने सबसे पहले पाकिस्तान पर निशाना साधा। मोदी ने कहा कि दुष्ट का स्वभाव ही होता है सबसे बिना वजह दुशमनी करना, हित करने वाले का भी नुकसान सोचना। मोदी ने कहा कि पाकिस्तान ने पीठ पर छुरा घोंपा था। मोदी बोले, पाकिस्तान ने बड़े-बड़े मंसूबे पालकर भारत की भूमि हथियाने और अपने यहां चल रहे आन्तरिक कलह से ध्यान भटकाने को लेकर दुस्साहस किया था




