नईदिल्ली (एजेंसी)। कोरोना संक्रमण के बीच प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मंगलवार को देश के नाम संदेश दिया। देश की जनता को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने लॉकडाउन के दौरान गरीबों के लिए किए गए प्रयासों के संबंध में बताया। इस दौरान पीएम मोदी ने बड़ी घोषणा करते हुए प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना का विस्तार किया है। इस योजना का समापन 30 जून को होने वाला था लेकिन अब यह योजना नवंबर माह तक चलेगी। इस योजना के तहत देश के 80 करोड़ परिवारों में प्रति व्यक्ति पांच किलो चावल या गेहूं, एक किलो चना व एक किलो दाल मिलेगा।
पीएम मोदी ने कहा कि लॉकडान के दौरान आर्थिक रूप से देश को काफी चोट पहुंची है। आने वाले दिनों में कई त्योहार आ रहे हैं। 5 जुलाई को गुरुपूर्णिमा से शुरू होने के बाद सावन, फिर रक्षाबंधन, जन्माष्टमी, गणेश चतुर्थी, दुर्गा पूजा, दशहरा, दिवाली व छठ पूजा है। त्योहारों में लोगों का खर्च भी बढ़ जाता है और आज की परिस्थिति में गरीबों के सामने आर्थिक समस्या हावी है। इसे देखते हुए सरकार ने निर्णय लिया है कि गरीब कल्याण योजना को नवंबर तक विस्तार कर दिया जाए।

कई देशों के मुकाबले भारत में गरीबों को मिला दोगुना मुफ्त अनाज
प्रधानमंत्री ने कहा, एक तरह से देखें तो, अमेरिका की कुल जनसंख्या से ढाई गुना अधिक लोगों को, ब्रिटेन की जनसंख्या से 12 गुना अधिक लोगों को और यूरोपियन यूनियन की आबादी से लगभग दोगुने से ज्यादा लोगों को हमारी सरकार ने मुफ्त अनाज दिया है। उन्होंने कहा, एक और बड़ी बात है जिसने दुनिया को भी हैरान किया है, आश्चर्य में डुबो दिया है। वह ये कि कोरोना से लड़ते हुए भारत में 80 करोड़ से ज्यादा लोगों को तीन महीने का राशन, यानि परिवार के हर सदस्य को पांच किलो गेहूं या चावल मुफ्त दिया गया।

अनलॉक-1 में बड़ी लोगों की लापरवाही
देश में लॉकडाउन का दौर समाप्त होने के बाद बढ़ती लापरवाही को लेकर प्रधानमंत्री ने कहा, जब से देश में अनलॉक-1 हुआ है, व्यक्तिगत और सामाजिक व्यवहार में लापरवाही भी बढ़ती ही चली जा रही है। पहले हम मास्क को लेकर, दो गज की दूरी को लेकर, 20 सेकेंड तक दिन में कई बार हाथ धोने को लेकर बहुत सतर्क थे। हमें उसी सतर्कता के साथ रहने की जरूरत है। लॉकडाउन के दौरान बहुत गंभीरता से नियमों का पालन किया गया था। अब सरकारों को, स्थानीय निकाय की संस्थाओं को, देश के नागरिकों को, फिर से उसी तरह की सतर्कता दिखाने की जरूरत है।प्रधानमंत्री ने कहा कोरोना को लेकर अभी भी ध्यान देने की आवश्यकता है। खासकर कंटेनमेंट जोन में हमें बहुत ध्यान देना होगा। जो भी लोग नियमों का पालन नहीं कर रहे, हमें उन्हें टोकना होगा, रोकना होगा और समझाना भी होगा। प्रधानमंत्री ने कहा कि अगर कोरोना से होने वाली मृत्यु दर को देखें तो दुनिया के अनेक देशों की तुलना में भारत संभली हुई स्थिति में है। समय पर किए गए लॉकडाउन और अन्य फैसलों ने भारत में लाखों लोगों का जीवन बचाया है।