मुख्यमंत्री बघेल ने रायगढ़ के फोर्टिस ओपी जिन्दल अस्पताल के फेज-2 का किया भूमिपूजन एवं शिलान्यास
रायपुर। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने आज छत्तीसगढ़ की औद्योगिक नगरी रायगढ़ के फोर्टिस-ओपी जिन्दल अस्पताल एवं शोध केन्द्र के फेज-2 के विस्तार कार्यों का अपने रायपुर निवास कार्यालय से ऑनलाईन भूमिपूजन और शिलान्यास किया। लगभग 25 करोड़ रुपए की लागत से इस अस्पताल में नई सुविधाएं विकसित की जाएंगी और 85 अतिरिक्त बिस्तर जोड़े जाएंगे। इस अवसर पर जेएसपीएल के चेयरमैन नवीन जिन्दल मुख्यमंत्री निवास में और रायगढ़ के कार्यक्रम स्थल पर जिंदल परिवार के सदस्य और अस्पताल के चिकित्सक और कर्मचारी उपस्थित थे। मुख्यमंत्री ने नवीन जिंदल सहित जिंदल समूह के सभी लोगों को बधाई और शुभकामनाएं दी। नवीन जिंदल ने इस अवसर पर मुख्यमंत्री सहायता कोष के लिए 2 करोड़ रुपए का चेक मुख्यमंत्री को सौंपा।
मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर कहा कि फोर्टिस-ओपी जिन्दल अस्पताल रायगढ़ और उसके आसपास के लोगों के लिए उपलब्ध एक सर्वसुविधायुक्त अस्पताल हैं, जहां अनुभवी चिकित्सकों के साथ-साथ अंतर्राष्ट्रीय स्तर की चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध हैं। उन्होंने कहा कि इस अस्पताल के विस्तार से क्षेत्र के लोगों को और अधिक बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध हो सकेंगी। कोविड-19 समेत अनेक गंभीर बीमारियों के इलाज के लिए अब किसी को भी अन्य शहरों में नहीं जाना पड़ेगा। श्री बघेल ने औद्योगिक सहित शिक्षा और चिकित्सा के क्षेत्र में जिंदल समूह द्वारा रायगढ़ क्षेत्र में किए जा रहे कार्यो की प्रशंसा की।
जेएसपीएल के चेयरमैन नवीन जिन्दल ने इस अवसर पर कहा कि पूरे देश में यह चर्चा है कि कोरोना संक्रमण रोकने में मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल के नेतृत्व में छत्तीसगढ़ में अच्छा काम किया गया। संक्रमण रोकने में सफलता मिली। उन्होंने कहा कि फोर्टिस ओपी जिंदल अस्पताल के विस्तार से रायगढ़ क्षेत्र के लोगों को विशेष रूप से गरीबों को बेहतर चिकित्सा सुविधाएं मिलेगी। उन्होंने कहा कि इस अस्पताल का विस्तार कार्य दो साल में पूरा होगा। राज्य सरकार कोविड-19 संकट के दौरान हेल्थ, शिक्षा और उद्योगों के क्षेत्र में जो भी जिम्मेदारी देगी उसे हम पूरा करेंगे। उनका संस्थान रायगढ़ निवासियों की स्वास्थ्य सेवाओं के लिए प्रतिबध्द है। दूसरे चरण के निर्माण के साथ ही यह अस्पताल 155 बेड का हो जाएगा। फोर्टिस ओपी जिन्दल अस्पताल एवं शोध केंद्र अपने दूसरे चरण में 25 करोड़ की लागत से 50 हजार वर्गफिट क्षेत्र में भवन बनाएगा और अनेक सुविधाएं प्रदान करेगा। इनमें 85 अतिरिक्त बेड होंगे और आईसीएमआर की गाइडलाइंस के अनुसार कोविड-19 आइसोलेशन वार्ड एवं आईसीयू की सुविधा होगी। इसके अलावा न्यूरो-आईसीयू, डायलिसिस, रेडियोलॉजी, एंडोस्कोपी, गैस्ट्रोएंट्रोलॉजी, यूरोलॉजी, नेफ्रोलॉजी, हृदय रोग सर्जरी जैसी सुविधाएं विशेषज्ञ चिकित्सकों की टीम के साथ उपलब्ध कराई जाएंगी।