बीजिंग/नई दिल्ली (एजेंसी)। पूर्वी लद्दाख में बॉर्डर पर गलवां घाटी में हुई हिंसक झड़प के बाद चीन की हेकड़ी कम नहीं हुई है और वह भारत पर ही आरोप लगा रहा है। चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता झाओ लिजियन ने कहा कि गलवां घाटी क्षेत्र की संप्रभुता हमेशा चीन से संबंधित रही है। भारतीय सैनिक सीमा का उल्लंघन करते हैं और हमारे बीच कमांडर स्तर की वार्ता पर प्रोटोकॉल का गंभीर रूप से उल्लंघन हुआ है।
चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने आगे कहा कि हम भारत से सीमा पर तैनात सैनिकों को सख्ती से अनुशासित करने, उल्लंघन और उकसावे वाली गतिविधि को रोकने, चीन के साथ काम करने और बातचीत के जरिए मतभेदों को सुलझाने के सही रास्ते पर वापस आने के लिए कहते हैं।
झाओ लिजियन ने कहा कि हम राजनयिक और सैन्य चैनलों के माध्यम से बातचीत कर रहे हैं। यह घटना एलएसी की चीनी जमीन पर हुई और चीन इसके लिए दोषी नहीं है। हम और अधिक झड़पों को नहीं देखना चाहते।
चीन के 35 जवान हताहत हुए: सूत्रों ने अमेरिकी खुफिया रिपोर्टों के हवाले से बताया
वहीं अमेरिकी खुफिया रिपोर्टों के हवाले से कहा गया है कि भारतीय सेना के साथ हिंसक झड़प में चीनी सेना के 35 जवान हताहत हुए हैं। इस संख्या में मारे गए जवान और घायल हुए जवान दोनों शामिल हो सकते हैं। चीन ने झड़प में अपनी पीपल्स लिबरेशन आर्मी के हताहत हुए जवानों के बारे में अभी तक कोई जानकारी नहीं दी है। सरकारी सूत्रों ने मंगलवार को बताया कि चीनी पक्ष के जवान भी उसी अनुपात में हताहत हुए हैं, लेकिन उन्हें स्पष्ट रूप से यह जानकारी नहीं है कि झड़प में कितने जवान हताहत हुए हैं।