नई दिल्ली (एजेंसी)। चीन के नव-विकसित हेलीकॉप्टर-ड्रोन ने पिछले हफ्ते अपनी पहली उड़ान भरी। इसे चीन-भारत सीमा पर तैनात किया जा सकता है। सोमवार को चीनी राज्य मीडिया रिपोर्टों में कहा गया है। रिपोर्ट में बताया गया कि एआर 500सी मानव रहित हेलीकॉप्टर फायर स्ट्राइक को अंजाम देने और 15,000 फीट से अधिक ऊंचाई पर अपने लक्ष्य के इलेक्ट्रॉनिक सर्किट को बाधित करने में सक्षम है।
सत्तारूढ़ कम्युनिस्ट पार्टी के समाचार पत्र ग्लोबल टाइम्स ने एक समाचार रिपोर्ट में कहा, एआर 500 सी की परीक्षण उड़ान उस समय आई जब चीन-भारत सीमा पर तनाव बढ़ रहा है। अखबार ने दावा किया कि चीनी कार्रवाई भारत की हालिया गतिविधि की प्रतिक्रिया है। जिसमें गैल्वेन वैली क्षेत्र में चीनी सीमा के भीतर रक्षा सुविधाओं का अवैध निर्माण किया जा रहा था। नई दिल्ली ने पहले ही चीन के आरोपों को खारिज कर दिया है। चीन ने कहा कि वास्तव में, चीनी सैनिक भारतीय सशस्त्र बलों की गश्त में बाधा डाल रहे थे।
बता दें कि अमेरिका ने हाल ही में लद्दाख में भारत चीन सीमा पर तनाव को लेकर भारत का साथ देते हुए चीन के रवैये की आलोचना की थी। अमेरिका की वरिष्ठ कूटनीतिज्ञ ने चीन के व्यवहार को उकसाने और परेशान करने वाला बताया था। ऐसे में इसपर जवाब देते हुए चीनी विदेश मंत्रालय ने इसे पूरी तरह बकवास बताया और कहा कि अमेरिका को भारत और चीन के बीच संचार चैनल बनने की जरूरत नहीं। अमेरिका के प्रमुख उप सहायक सचिव एलिस वैल्स ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए पत्रकारों से बातचीत में कहा कि- यह एक चेतावनी है कि चीनी आक्रमण हमेशा सिर्फ बातों का नहीं रहा है और चाहे वह दक्षिण चीन सागर में हो या चाहे वह भारत के साथ सीमा पर हो, हम चीन द्वारा उकसाने और परेशान करने वाले व्यवहार को देखते रहते हैं कि अपनी बढ़ती शक्ति का उपयोग कैसे करना चाहता है।