नई दिल्ली. एयरफोर्स में हाल ही में शामिल किए गए चिनूक और अपाचे हेलिकॉप्टर पहली बार गणतंत्र दिवस परेड के मौके पर फ्लाई पास्ट में शामिल होंगे। चिनूक ट्रांसपोर्ट हेलिकॉप्टर है, जबकि 350 किमी/घंटे से ज्यादा रफ्तार से उड़ान भरने वाला अपाचे लड़ाकू हेलिकॉप्टर है।
वायुसेना के वरिष्ठ अधिकारी ने सोमवार को बताया कि 3 चिनूक “विक’ फॉरमेशन में उड़ान भरेंगे। इसके बाद फ्लाइपास्ट में अपाचे हेलिकॉप्टर शामिल होंगे। 5 अपाचे “एरोहेड’ फारमेशन में उड़ान भरेंगे।
फ्लाईपास्ट में 45 एयरक्राफ्ट शामिल होंगे
वरिष्ठ अफसर ने बताया- फ्लाईपास्ट में वायुसेना के 41 एयरक्राफ्ट और आर्मी एविएशन विंग के 4 हेलिकॉप्टर शामिल होंगे।
16 फाइटर जेट, 10 ट्रांसपोर्ट एयरक्राफ्ट और 19 हेलिकॉप्टर शामिल होंगे। फ्लाई पास्ट दो चरणों में होगा।
गणतंत्र दिवस परेड को लीड करते हुए सबसे पहले एमआई-15 और वी-5 हेलिकॉप्टर “वाई’ फॉर्मेशन में उड़ेंगे। इसे वाइन ग्लास फॉर्मेशन भी कहा जाता है।
इसके बाद सेना की एविएशन विंग के 4 हेलिकॉप्टर “ध्रुव’ फॉर्मेशन में उड़ान भरेंगे।
फ्लाई पास्ट का दूसरा हिस्सा राजपथ पर परेड के बाद शुरू होगा। इसमें पहले वायुसेना के 3 एमके-5 डब्ल्यूएसआई हेलिकॉप्टर “विक’ फॉर्मेशन में उड़ान भरेंगे।
इसके बाद 3 चिनूक भी “विक’ फॉर्मेशन में उड़ान भरेंगे फिर 3 सी-130जे सुपर हरक्युलिस फ्लाई पास्ट करेंगे। दो सुखोई-30एमकेआई “नेत्र’ फॉर्मेशन में, 3 सी-17 ग्लोबमास्टर “ग्लोब’ फॉर्मेशन में उड़ान भरेंगे।
फ्लाई पास्ट में 5 जगुआर, 5 मिग-29 भी उड़ान भरेंगे। इसके बाद जोधपुर एयरफोर्स स्टेशन से 3 सुखोई “त्रिशूल’ फॉर्मेशन में उड़ेंगे और अंत में सुखोई “वर्टिकल चार्ली’ फॉर्मेशन में राष्ट्रपति भवन से इंडिया गेट की ओर उड़ान भरेगा। यह जमीन से 60 से 300 मीटर ऊंचाई पर उड़ान भरेगा।
परेड के लीडर होंगे विंग कमांडर विपुल गोयल
गणतंत्र दिवस परेड का नेतृत्व विंग कमांडर विपुल गोयल करेंगे। वायुसेना के प्रवक्ता ग्रुप कैप्टन अनुपम बनर्जी ने सोमवार को यह जानकारी दी। उन्होंने कहा- विंग कमांडर विपुल गोयल तीनों सेनाओं और अर्धसैनिक बलों के सम्मिलित अंतर सेवा गार्ड की अगुवाई करेंगे। गणतंत्र दिवस का समारोह राजपथ पर राष्ट्रीय ध्वज फहराने के साथ शुरू होगा। वायुसेना इस कार्यक्रम की संयोजक है, इसलिए मुख्य मंच पर ध्वज फहराने के दौरान फ्लाइंग ऑफिसर अमन की मौजूद रहेंगे। उन्होंने कहा कि कड़ी निर्धारित प्रक्रिया के तहत परेड में शामिल होने वाले वायुसैनिकों का चुनाव किया गया है।