रायपुर। छत्तीसगढ़ के कांकेर में एक बार फिर 21 नक्सलियों ने हथियारों के साथ समर्पण किया है। इनके समर्पण पर मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने कहा है कि छत्तीसगढ़ सरकार की आत्मसमर्पण एवं पुनर्वास नीति 2025 और नियद नेल्ला नार योजना ने माओवाद की हिंसक विचारधारा में लिप्त युवाओं में नया विश्वास जगाया है। हिंसा का रास्ता छोड़कर वे अब मुख्यधारा में लौट रहे हैं।
सीएम साय ने कहा कि बीजापुर जिले में चलाए जा रहे “पूना मारगेम – पुनर्वास से पुनर्जीवन” अभियान के तहत सुरक्षाबलों के निरंतर प्रयासों से आज एक बार फिर कुल ₹66 लाख के इनामी 51 माओवादियों ने आत्मसमर्पण कर संविधान पर आस्था व्यक्त करते हुए लोकतांत्रिक व्यवस्था में सम्मानजनक जीवन जीने का संकल्प लिया है।
सीएम साय का कहना है कि यह कदम इस बात का प्रमाण है कि बस्तर अब भय और हिंसा के अंधकार को मिटाते हुए शांति और प्रगति के नए युग में प्रवेश कर रहा है। शासन की संवेदनशील नीतियों और मानवीय दृष्टिकोण ने यह साबित कर दिया है कि संवाद इस समस्या का स्थायी समाधान है। माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व और केंद्रीय गृह मंत्री श्री अमित शाह जी के मार्गदर्शन में देश अब नक्सल मुक्त भारत के लक्ष्य की ओर तेजी से अग्रसर है।





