बालोद। छत्तीसगढ़ के बालोद जिले में खौफनाक घटना सामने आई है। यहां एक मां ने अपनी 10 साल की बेटी का गला घोंट दिया और खुद साड़ी का फंदा बनाकर झूल गई। वह अपने बेटे को भी मारना चाहती थी लेकिन वह किसी तरह मां के चंगुल से छूटकर भाग गया। शनिवार की सुबह कमरे में महिला की झूलती लाश व बच्ची का शव देख पुलिस को सूचना दी गई। मामला बालोद थाना क्षेत्र की है।
मिली जानकारी के अनुसार यह घटना शुक्रवार व शनिवार की दरमियानी रात की बताई जा रही है। दोनों बालोद के शिकारीपारा वार्ड की रहने वाली निकिता पटौदी (37) ने अपनी 10 साल की बेटी वैभवी की हत्या कर दी। शुक्रवार आधीरात को पहले उसने अपने बेटे रेवेन्द्र की हत्या का प्रयास किया लेकिन वह किसी तरह से बच कर भाग गया। कमरे में उसकी बहन बैभवी सो रही थी। निकिता ने साड़ी से उसका गला घोंट दिया और उसी साड़ी का फंदा बनाकर खुद भी झूल गई।
शनिवार की सुबह जब पड़ोसी घर के पीछे की ओर पुताई कर रहा था, तब वेंटिलेशन से अंदर झांकने पर उसे कमरे के भीतर का भयावह दृश्य दिखा। उसने तुरंत परिजनों को इसकी जानकारी दी। आनन फानन में पुलिस को सूचना दी गई। मौके पर पहुंची पुलिस को परिजनों ने बताया कि निकिता के पति रविशंकर पटौदी दल्ली राजहरा थाने में आरक्षक के पद पर थे। सड़क हादसे में उनकी मौत हो गई और तब से निकिता की मानसिक स्थिति ठीक नहीं थी। वह अपने मायके शिकारीपारा में रह रही थी। वह कई बार अजीब हरकतें करती थी, लेकिन हमने कभी नहीं सोचा था कि वह इतना बड़ा कदम उठा लेगी। बहरहाल पुलिस मामले की जांच कर रही है।
