भिलाई। भक्ति व शक्ति के पर्व नवरात्रि पर हर कोई मातारानी की आराधना में लीन है। मनोकामना पूर्ण करने भक्तों द्वारा उपवास किया जा रहा है। आम लोगों की तरह ही दुर्ग के सेंट्रल जेल में अलग अलग मामलों में सजा काट रहे बंदी भी माता रानी की आराधना कर रहे हैं। यहां 200 से ज्यादा बंदी पूरे 9 दिनों का उपवास कर रहे हैं। महिला व पुरुषों को मिलाकर कुल 322 बंदी व्रत कर रहे हैं। खास बात यह है कि जेल प्रबंधन द्वारा इन बंदियों को पूरा सहयोग भी किया जा रहा है।
जेल प्रबंधन से मिली जानकारी के अनुसार सेंट्रल जेल दुर्ग में बंदियों के बीच भी आस्था व आराधना का भक्तिमय माहौल बना हुआ है। शहर में जगह जगह बड़े बड़े पंडाल बने हैं और आकर्षक झांकिया सजाई गई हैं। माता रानी की विशाल प्रतिमा स्थापित कर पूजा की जा रही है। इससे इतर दुर्ग के सेंट्रल जेल में 322 बंदी व्रत कर रहे हैं। इनमें पुरुष व महिला बंदी दोनों ही शामिल हैं। महिला व पुरुष्ज्ञ बंदियों को मिलाकर कुल 221 बंदियों ने पूरे 9 दिनों का व्रत रखा है। वहीं 101 बंदियों ने तीन दिनों के व्रत का संकल्प लिया है।
209 पुरुष व 15 महिला बंदी कर रही 9 दिनों का उपवास
जेल प्रबंधन से मिली जानकारी के अनुसार इस बार दुर्ग सेंट्रल जेल में व्रत रखने वाले पुरुष बंदियों की संख्या कुल 296 है। इनमें से 206 पुरुष बंदियों ने पूरे 9 दिनों का व्रत रखा है। वहीं 92 पुरुष बंदी ऐसे हैं जिन्होंने पहले दिन व्रत रखा और इसके बाद पंचमी व अष्ठमी में व्रत का संकल्प लिया है। इसी प्रकार सेंट्रल जेल में बंद कुल 24 महिला बंदियों ने मातारानी का व्रत रखा है। इनमें से 15 महिला बंदियों ने पूरे 9 दिन व 9 बंदियों ने 3 दिन का उपवास रखा है। इस प्रकार कुल 322 बंदियों ने नवरात्रि का व्रत रखा है।

फल-दूध व पूजा सामग्री दे रहा जेल प्रबंधन
नवरात्रि में व्रत रखने वाले बंदियों के लिए फलाहार की व्यवस्था जेल प्रबंधन द्वारा किया जा रहा है। व्रत रखने वाले बंदियों के लिए केला, सेब, अंगूर, अनार सहित दूध व दही का इंतजाम जेल प्रबंधन कर रहा है। व्रत रखने वाले बंदियो के मेन्यू में विशेष रूप से इसे शामिल किया गया है। इसके अलावा जेल के भीतर मातारानी की पूजा अर्चना व आरती के लिए जरूरी सामग्री भी जेल प्रबंधन द्वारा ही उपलब्ध कराई जा रही है।