जशपुर। छत्तीसगढ़ के जशपुर जिले में हैरान कर देन वाला मामला सामने आया है। यहां एक महिला ने बच्ची को जन्म दिया तो वहां काम करने वाली नर्स ने नवजात बच्ची को इलाज के बहाने ले गई और कोरबा की एक दंपति को गोद दे दिया। नर्स महिला को बार बार गुमराह भी करती रही। बाद जब महिला को पता चला कि नर्स ने उसकी बच्ची को दूसरे को दे दिया है तो उसके होश उड़ गए। मामले में शिकायत के बाद पुलिस ने नर्स के साथ बच्ची को गोद लेने वाली दंपति को भी गिरफ्तार कर लिया है। यह पूरा मामला पत्थलगांव थाना क्षेत्र का है।
मिली जानकारी के अनुसार 13 सितंबर 2025 को प्रार्थी सुखदेव नाग निवासी कोडेकेला घरजियाबथान थाना पत्थलगांव ने रिपोर्ट दर्ज कराया था। उसने बताया कि उसने अपनी पत्नी की मृत्यू के बाद दूसरी शादी की। दूसरी पत्नी दिलासो बाई को 28 अगस्त 2025 को प्रसव पीड़ा होने पर शासकीय अस्पताल पत्थलगांव में भर्ती कराया। उसी दिन उसने बेटी को जन्म दिया। एक दिन बाद 30 अगस्त को अस्पताल से छुट्टी दे दी गई। इस दौरान प्रार्थी अपना सामान लेने चट्टानपारा पत्थलगांव गया हुआ था। वापस आने पर उसकी पत्नी ने बताया कि नर्स अनुपमा टोप्पो बच्ची को टीका लगवाने ले गई है और बताया कि बच्ची की तबियत ज्यादा खराब है, उसे इलाज के लिए बाहर भेजना पड़ेगा।
उसके बाद कुछ कागजों में हस्ताक्षर कराए गए। इसबीच दो लोग कोरबा से आए थे जिन्होंने अपना नाम निशिकांत मिंज एवं सुमन वानी मिंज बताया। उन्होंने हम लोग बच्ची का इलाज कराकर कुछ दिन में बच्ची वापस कर देंगे। प्रार्थी एवं पत्नी ने विश्वास कर लिया। काफी दिन बीतने के बाद बच्ची नहीं मिलने पर प्रार्थी, नर्स अनुपमा टोप्पो के पास गया और पूछने पर हर बार टाल देती थी। बाद में पत्थलगांव के ही एक व्यक्ति से जानकारी मिली कि बच्ची को तो निशिकांत एवं सुमन वानी मिंज को गोद दे दिया गया है और उनका पता भी बताया। आर्थिक स्थिति कमजोर होने के कारण प्रार्थी कोरबा नहीं जा पाया।

इस मामले की संवेदनशीलता को देखते हुए तत्काल रिपोर्ट पर आरोपियों के विरुद्ध थाना पत्थलगांव में JJ ACT की धारा 80, 81 के तहत अपराध कायम कर विवेचना में लिया गया। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक जशपुर शशि मोहन सिंह के दिशा निर्देश पर, एसडीओपी पत्थलगांव धुर्वेश जायसवाल के नेतृत्व में विवेचना के दौरान निशिकांत मिंज एवं सुमन वानी मिंज से संपर्क कर नवजात शिशु के गोद लेने के संबंध में वैध कानूनी दस्तावेजों की मांग की। दोनों के पास कोई वैध दस्तावेज नहीं था।
जिस पर पुलिस के द्वारा माता पिता को धोखे में रख कर नवजात बच्ची को , दूसरे दंपत्ति को दे देने तथा दंपत्ती के द्वारा बिना कानूनी प्रक्रिया के अवैध रूप से नवजात शिशु को अपने पास रखने के कारण नर्स अनुपमा टोप्पो व दंपत्ति निशिकांत मिंज एवं सुमन वानी मिंज के विरुद्ध अपराध सबूत पाए जाने से विधिवत गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर भेजा गया है। पुलिस के द्वारा उनके कब्जे से नवजात शिशु को भी बरामद कर चाइल्ड हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर में रखा गया है। इस पूरी कार्रवाई में एसडीओपी पत्थलगांव धुर्वेश कुमार जायसवाल,थाना प्रभारी पत्थलगांव निरीक्षक विनीत कुमार पांडे, उप निरीक्षक संतोष तिवारी, प्रधान आरक्षक मिथलेश यादव तथा आरक्षक तुलसी रात्रे की महत्वपूर्ण भूमिका रही है।
एसएसपी जशपुर शशि मोहन सिंह ने बताया कि पत्थलगांव के शासकीय हॉस्पिटल से नर्स के द्वारा ,माता पिता को धोखे में रख कर नवजात बच्ची को एक दंपत्ति को दे दिया गया था, नवजात बच्ची के पिता की रिपोर्ट पर पुलिस ने आरोपिया नर्स तथा नवजात बच्ची को अपने पास रखने वाले एक दंपति को गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर भेजा है, व नवजात शिशु को बरामद कर, चाइल्ड हेल्थ व वेलनेस सेंटर में रखा गया है।