दूसरा नियुक्ति पत्र मिलने पर ज्वॉइनिंग की बात पर हुआ ठगी का अहसास, शिकायत पर अपराध दर्ज
भिलाई। राजस्व विभाग में पटवारी के पद पर सरकारी नौकरी दिलाने का भरोसा देकर एक महिला व पुरुष ने युवक से 15 लाख रुपए ठग लिया। इतना ही नहीं बल्कि स्पीड पोस्ट से फर्जी हस्ताक्षर और सील लगी नियुक्ति पत्र तक प्रार्थी के घर भेज दिया। बाद में दूसरा नियुक्ति पत्र मिलने पर नौकरी ज्वॉइन करने की सलाह देते हुए आरोपियों ने प्रार्थी रोक दिया। इससे प्रार्थी को शक हुआ और उसने दिए गए रकम को वापस करने का दबाव बनाया। आरोपी महिला और पुरुष टालमटोल करते रहे। आखिरकार युवक ने मोहन नगर थाने में शिकायत दर्ज कराई। जांच के बाद पुलिस ने दोनों के खिलाफ अपराध कायम कर लिया है।
मामले में शिकायतकर्ता रुपेश कुमार पिता लालचंद ( 30 वर्ष ) अम्बेडकर नगर वार्ड 58 उरला थाना मोहन नगर दुर्ग का निवासी है। रुपेश की शिकायत पर पुलिस जांच में पाया गया कि हितेश सिन्हा पिता मोहित सिन्हा ( 30 वर्ष ) हाल निवास दल्लू आटो के पास बोरसी रोड न्यू आदर्श नगर दुर्ग एवं मूल निवास ग्राम बचेड़ी देवकर जिला बेमेतरा तथा नीलिमा बसंती मिंज पिता मनोरंजन मिंज वर्तमान पता महादेव घाट रोड शिवम विहार मंजीत ग्रीन सीटी फेस -2 मकान नं 6 रायपुर व स्थायी पता एलआईजी 60 डॉ आरपी नगर फेस 2 कोरबा के द्वारा आवेदक रुपेश का सरकारी नौकरी दिलाने के नाम पर छलपूर्वक 15 लाख रूपये प्राप्त कर एवं फर्जी नौकरी का दस्तावेज बनाकर आवेदक को स्पीड पोस्ट के माध्यम से भेजकर छल किया गया है। हितेश सिन्हा और नीलीमा बसंती मिंज का कृत्य अपराध धारा 420,467,468,471,34 भादवि का अपराध घटित करना पाये जाने से दोनों के विरूद्ध अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया।

प्रकरण के मुताबिक प्रार्थी रूपेश कुमार को हितेश सिन्हा व नीलीमा बसंती मिंज के द्वारा मुझे आश्वासन दिलाया गया कि हमारी अच्छी जगह जान पहचान है और हम तुम्हें राजस्व विभाग में पटवारी के पद पर नौकरी लगवा सकते हैं। जिनकी बातों पर विश्वास करते हुए रुपेश ने हितेश सिन्हा को 2 मार्च 2022 को 2 लाख रुपए दिया। उसके बाद 14 मार्च 2022 को हितेश सिन्हा को 3 लाख रुपए दिया। फिर 13 अप्रैल 2022 को हितेश सिन्हा को 3 लाख, 01 मई 2022 को हितेश सिन्हा को 1 लाख, 10 अगस्त 2022 को हितेश सिन्हा को 2 लाख रुपए संचालित बैंक नेट बैंकिंग के माध्यम से दिया। जिसकी सम्पूर्ण डिटेल रुपेश ने पुलिस को उपलब्ध करा दिया। उसके पश्चात वर्ष 2023 में नीलीमा बसंती मिंज के द्वारा छग राज्य शासन के सचिव स्तर के अधिकरियों के फर्जी हस्ताक्षर एवं फर्जी सील लगे दस्तावेज दिखाकर और रकम की आवश्यकता होगी बताने पर रुपेश ने 4 लाख रुपए नेट बैंकिंग के माध्यम से प्रदान किया। इस प्रकार रुपेश के द्वारा हितेश सिन्हा व नीलीमा बसंती मिंज को कुल 15 लाख रुपए प्रदान किया गया।

हितेश सिन्हा व नीलीमा बसंती मिंज के द्वारा छग राज्य शासन के सचिव स्तर के अधिकारियों के फर्जी हस्ताक्षर एवं फर्जी सील लगे दस्तावेजों को दिखाकर नियुक्ति हो जाने का आश्वासन दिया एवं दिनांक 26 अप्रैल 2024 को पोस्ट के माध्यम से नियुक्ति पत्र भी भेजवाया गया। नियुक्ति पत्र प्राप्त होने के कुछ दिनों के पश्चात हितेश सिन्हा व नीलीमा बसंती मिंज के द्वारा फोन करके कहा गया कि अभी तुमको नौकरी ज्वॉइन करने नहीं जाना है, जब नया आदेश आयेगा तब हम तुमको बतायेंगे, तब तुम जाकर अपनी नौकरी ज्वॉइन कर लेना। हितेश सिन्हा व नीलीमा बसंती मिंज के इस प्रकार के व्यवहार से रुपेश व उसके परिवार को आशंका होने लगी और उनके द्वारा हितेश सिन्हा व नीलीमा बसंती मिंज से अपनी रकम वापसी की मांग की गई। तब हितेश सिन्हा व नीलीमा बसंती मिंज रकम आज-कल में वापस करने टालमटोल करते रहे। आखिरकार रुपेश ने पुलिस थाने पहुंचकर शिकायत दर्ज करा दी।