बीजापुर। छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले में नक्सलियों ने कायराना करतूत को अंजाम देते हुए दो ग्रामीणों की बेरहमी से हत्या कर दी। जिले के तर्रेम थाना क्षेत्र में नक्सलियों इस जघन्य वारादात को अंजाम दिया। बताया जा रहा है कि देर रात लगभग आधा दर्जन हथियार बंद नक्सली गांव में घुसे और वारदात को अंजाम देने के बाद फरार हो गए। पुलिस मुखबिरी के शक में नक्सलियों ने दोनों की हत्या की है। नक्सलियों की जगरगुंडा कमेटी ने हत्या की जिम्मेदारी ली है।
मिली जानकारी के अनुसार 20 और 21 जुलाई की दरम्यानी रात की यह घटना है। 4-5 अज्ञात नक्सलियों ने धारदार हथियारों से लैस होकर दोनों ग्रामीणों की बेरहमी से हत्या कर दी। नक्सलियों ने ग्राम छुटवाई निवासी कवासी जोगा उम्र करीब 55 वर्ष और बड़ा तर्रेम निवासी मंगलू कुरसम उम्र करीब 50 वर्ष की धारदार हथियार से हत्या कर दी गई है। मृतक ग्रामीण में से एक पिछले दिनों सरेंडर करने वाले एक नक्सली का पिता है। घटना की सूचना मिलने के बाद थाना तर्रेम की पुलिस द्वारा द्वारा घटना की जांच की जा रही है।
नक्सली बेटे ने किया सरेंडर तो पिता की हत्या
बीजापुर में नक्सली सरेंडर करने वाले नक्सलियों के परिजनों को निशाना बना रहे हैं। पुलिस ने बताया कि नक्सलियों ने चिज कुरसाम मंगलू की हत्या की है उसके बेटे नंदू ने सरेंडर किया था। बताया जा रहा है कि नक्सली नंदू को मारने पहुंचे थे और उसके घर पर मौजूद नहीं होने के कारण उसके पिता कुरसाम मंगलू की हत्या कर दी। इस घटना के बाद इलाके में दहशत का माहौल है। ग्रामीणों में डर और गुस्सा दोनों देखा जा रहा है। पुलिस ने अतिरिक्त बल भेजकर इलाके में गश्त तेज कर दी है।

25 दिनों में मुखबिरी के शक में 10 लोगों की हत्या
बीजापुर में नक्सलियों ने 25 दिनों में मुखबिरी के शक में 10 लोगों की हत्या की है। जिसमें 6 ग्रामीण और 2 छात्र और 2 शिक्षक शामिल हैं। 17 जून 2025 को नक्सलियों ने बीजापुर जिले के एक गांव में 3 ग्रामीणों की रस्सी से गला घोंटकर हत्या कर दी थी। इनमें एक 13 साल का 7वीं और दूसरा 20 साल का कॉलेज का छात्र और तीसरा ग्रामीण युवक शामिल है। पूरा मामला पेद्दाकोरमा गांव का है। इसके बाद बीजापुर जिले में 22 जून को नक्सलियों ने पुलिस मुखबिरी के शक पर समैय्या और वेको देवा की हत्या की थी। समैय्या पहले नक्सली था। उसने 2025 में आत्मसमर्पण किया है। वहीं वेको देवा ग्रामीण है। दोनों नक्सल प्रभावित गांव सेंड्राबोर और एमपुर के रहने वाले थे।
25 वर्षों में नक्सनलियों ने की 1821 लोगों की हत्या
नक्सलियों ने पिछले 25 साल में 1821 लोगों का मर्डर किया है। नक्सलियों ने छत्तीसगढ़ राज्य गठन के बाद से लेकर अब तक यानी पिछले 25 सालों में बस्तर के अलग-अलग जिलों में कुल 1821 लोगों की हत्या की है। इनमें आम नागरिक समेत जनप्रतिनिधि भी शामिल हैं। सबसे ज्यादा हत्या बीजापुर जिले में ही हुई है। इनमें सर्वाधिक हत्याएं पुलिस मुखबिरी के शक में की गई हैं। वहीं सरेंडर करने वाले नक्सलियों को भी सक्रिय माओवादी निशाना बनाते हैं।