नई दिल्ली (एजेंसी)। भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष पद के चुनाव का मुद्दा पिछले कुछ दिनों से चर्चा में है। सत्तारूढ़ पार्टी का नया अध्यक्ष कौन होगा? यह देखना अहम होगा। लेकिन उससे पहले भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) स्वतंत्रता दिवस के बाद नए राष्ट्रीय अध्यक्ष के नाम की घोषणा करने की तैयारी में है। पार्टी के कुछ राज्यों में संगठनात्मक चुनाव पूरे होने के बाद यह फैसला लिया जाएगा। इस बीच, खबर यह भी सामने आई है कि भाजपा और आरएसएस अभी तक किसी एक नाम पर सहमत नहीं हो पाए हैं। पार्टी के वैचारिक मार्गदर्शक, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) ने भाजपा नेतृत्व को सुझाव दिया है कि एक ऐसे उम्मीदवार को चुना जाना चाहिए जिसे संगठनात्मक अनुभव हो और जिसकी पार्टी में निष्पक्ष छवि हो।
ये 4 नाम रेस में हैं शामिल
पार्टी सूत्रों के अनुसार, भाजपा ने प्राथमिकता सूची में चार संभावित नाम शामिल किए हैं। इनमें सबसे पहले ओडिशा से धर्मेंद्र प्रधान हैं, जो केंद्र सरकार में मंत्री हैं और संगठन में काम करने का लंबा अनुभव रखते हैं। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के करीबी माने जाने वाले केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव भी इस दौड़ में हैं। संगठन पर मजबूत पकड़ और जन समर्थन रखने वाले मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और मोदी सरकार में कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान का नाम भी चर्चा में है।

हाल ही में भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष पद की दौड़ में एक और नेता का नाम जुड़ गया है। बीडी शर्मा भाजपा के वरिष्ठ नेता हैं। इन सभी नामों का चयन संगठनात्मक अनुभव और व्यापक स्वीकार्यता के आधार पर किया गया है। पार्टी ने सबसे पहले भाजपा की केंद्रीय परिषद की बैठक बुलाने की योजना बनाई है। जहाँ चार नामों में से किसी एक पर आम सहमति बनाई जाएगी। एक रिपोर्ट में भाजपा के एक वरिष्ठ नेता के हवाले से कहा गया है, अब यह लगभग तय है कि 15 अगस्त के बाद भाजपा के नए राष्ट्रीय अध्यक्ष के नाम की घोषणा की जाएगी। भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष चुनाव प्रभारी डॉ। के। लक्ष्मण ने बताया कि 10 राज्यों में संगठनात्मक चुनाव पूरे हो रहे हैं। इस बीच, उत्तर प्रदेश में प्रदेश अध्यक्ष के नाम की घोषणा अभी नहीं हुई है। नाम की घोषणा के लिए अभी कोई समय सीमा तय नहीं की गई है। उन्होंने बताया कि राष्ट्रीय अध्यक्ष चुनाव के लिए देश भर में 10 लाख से ज़्यादा बूथों पर मतदान होगा। बताया जा रहा है कि भाजपा ने 10 लाख बूथों में से 7।5 लाख बूथ प्रभारी नियुक्त कर दिए हैं।
