व्यापमं ने दर्ज कराया एफआईआर, कहा- यह योग्य उम्मीदवारों के साथ धोखा
बिलासपुर। छत्तीसगढ में PWD की सब इंजीनियर भर्ती परीक्षा में हाईटेक नकल का मामला सामने आया है। बिलासपुर में एक एग्जाम सेंटर के बाहर से एक युवती अपनी बहन को वायरलेस डिवाइस की मदद से आंसर बता रही थी। एक्जाम सेंटर के अंदर अभ्यर्थी छात्रा ने हिडन कैमरा रखा था जिसकी मदद से वह पेपर अपनी बहन को भेज रही थी। एनएसयुआई ने रंगे हाथों पकड़ा और इसके बाद व्यापमं ने इस पर बड़ा एक्शन लिया है। मामला सरकंडा थाना क्षेत्र का है।
मिली जानकारी के मुताबिक रविवार को रामदुलारे शासकीय स्वामी आत्मानंद स्कूल में एग्जाम सेंटर के अंदर एक अभ्यर्थी एग्जाम दे रही थी। वह अपने अंडरगार्मेंट्स में स्पाई कैमरा छिपाकर ले गई थी। प्रश्न पत्र को स्कैन कर अपनी बहन को भेज रही थी। वहीं बाहर बैठी बहन वॉकी-टॉकी की मदद से उत्तर बता रही थी। मामले का भंडाफोड़ होने के बाद नकल का प्रकरण बनाकर छत्तीसगढ़ व्यवसायिक परीक्षा मंडल द्वारा युवतियों के खिलाफ FIR दर्ज कराई गई है।

छत्तीसगढ़ व्यावसायिक परीक्षा मंडल, रायपुर द्वारा आयोजित उप अभियंता (सिविल) एवं उप अभियंता (विद्युतब यांत्रिकी भर्ती परीक्षा के अंतर्गत परीक्षा केन्द्र क्रमांक 1309 शासकीय बालक उच्चतर माध्यमिक विद्यालय, सरकंडा, बिलासपुर में चल रहा था। कक्ष क्रमांक 07 में परीक्षार्थी रोल नंबर 13091014 अन्नु सूर्या, पिता – कलेश्वर राम द्वारा संदिग्ध गतिविधियों की सूचना मिली। इसके बाद परीक्षा कक्ष में तलाशी ली गई। तलाशी के दौरान उक्त परीक्षार्थी के अंतःवस्त्र में हिडन कैमरा व कान से माइक्रो स्पीकर जैसे इलेक्ट्रॉनिक उपकरण छिपाकर रखे गए पाए गए, जिन्हें तत्काल जब्त किया गया।

परीक्षा केन्द्र परिसर के बाहर नकल में सहायता करने के लिए उपस्थित अनुराधा बाई के पास से वॉकी-टॉकी, टैबलेट, ब्लूटूथ डिवाइस और मोबाइल फोन भी बरामद किए गए हैं। यह स्पष्ट रूप से एक संगठित इलेक्ट्रॉनिक माध्यम से नकल करने का प्रयास था। प्रशासन द्वारा नियमानुसार तत्काल नकल प्रकरण तैयार कर छत्तीसगढ़ व्यावसायिक परीक्षा मंडल (व्यापम) को प्रेषित कर दिया गया है। साथ ही, थाना सरकंडा पुलिस को सूचित कर एफआईआर दर्ज कर वैधानिक कार्रवाई की गई है। संबंधित व्यक्तियों पर उचित कानूनी कार्यवाही की जा रही है। व्यावसायिक परीक्षा मंडल एवं जिला प्रशासन द्वारा इस पूरे प्रकरण को अत्यंत गंभीरता से लिया गया है। परीक्षा की निष्पक्षता एवं पारदर्शिता सुनिश्चित करने हेतु ऐसी घटनाओं पर “जीरो टॉलरेंस नीति” अपनाई गई है। भविष्य में भी किसी भी प्रकार की अनुचित गतिविधियों पर कठोरतम कार्रवाई की जाएगी।