सुकमा। छत्तीसगढ़ से नक्सलिज्म खत्म करने की दिशा में सुरक्षा बल लगातार आगे बढ़ रहे हैं। एनकाउंटर व गिरफ्तारी के डर से बड़ी संख्या में नक्सली सरेंडर कर रहे हैं। इसी कड़ी में सुकमा जिले में 23 नक्सलियों ने सरेंडर किया है। सरेंडर करने वालों में 9 महिला नक्सली भी शामिल हैं। सरेंडर करने वाले माओवादियों में आठ हार्डकोर इनामी नक्सली शामिल हैं। वहीं इन पर कुल 1 करोड़ रुपए से ज्यादा का इनाम भी घोषित है। एक दिन पहले नारायणपुर में भी 22 नक्सलियों ने सरेंडर किया था।
मिली जानकारी के अनुसार सुकमा के नक्सलवाद से प्रभावित क्षेत्र में पुलिस और सुरक्षा बलों की रणनीति के कारण कुल 23 नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया है। सरेंडर करने वालों में कलेक्टर एलेक्सपाल मेनन के अपहरण में शामिल नक्सली भी शामिल हैं। आत्मसमर्पण करने वाले नक्सलियों पर कुल एक करोड़ 18 लाख रुपये का इनाम घोषित था। आत्मसमर्पण करने वालों में नौ महिलाएं और 14 पुरुष नक्सली हैं। ये सभी डीकेएसजेडसी, पीएलजीए और मिलिशिया जैसे सक्रिय संगठनों से जुड़े थे। पुनर्वास नीति और नियाद नैलानार जैसी योजनाओं से प्रभावित होकर सरेंडर किया है। इस कार्रवाई में जिला पुलिस बल, सीआरपीएफ, एसटीएफ और कोबरा बटालियन समेत कई एजेंसियों की बड़ी भूमिका रही। यह सुकमा में शांति और विकास की दिशा में एक और महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है।
