जशपुर। छत्तीसगढ़ के जशपुर जिले में 10 पहले हुई एक हत्या के मामले में पुलिस ने टीन एजर्स आरोपियों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों में एक 19 वर्ष का युवक है तो दो नाबालिग आरोपी हैं। तीनों ने मिलकर हत्या के बाद शव को ठिकाने लगा दिया। मृतक की शिनाख्त तो नहीं होने पर पुलिस ने दाह संस्कार भी कर दिया। वहीं अब इस मामले का खुलासा हुआ है। टीन एजर्स आरोपियों ने लड़की से छेड़छाड़ के बाद युवक की हत्या कर दी। मामला सन्ना थाना क्षेत्र की है।
मिली जानकारी के अनुसार 6 जून को सन्ना पुलिस को सूचना मिली थी कि एक गांव में एक अज्ञात व्यक्ति का शव मिला है। जिसके हाथ पैर बंधे हुए हैं, सूचना पर सन्ना पुलिस के द्वारा तत्काल, संबंधित गांव में रवाना होकर देखा तो पाया कि एक अज्ञात व्यक्ति का शव गांव के पास में पड़ा हुआ है। उसके शरीर पर चोट के निशान हैं, घटना स्थल का निरीक्षण करने पर प्रथम दृष्टिया मामला हत्या का प्रतीत होने पर पुलिस के द्वारा शव का पंचनामा कर डॉक्टर से शव का पोस्ट मार्टम कराया। पीएम रिपोर्ट में डॉक्टर द्वारा मृत्यु का कारण, शरीर में लगी चोट के कारण होना बताया। थाना सन्ना में बीएनएस की धारा 103(1) के तहत अपराध पंजीबद्ध कर जांच विवेचना में लिया गया था।

पुलिस के द्वारा अज्ञात मृतक के संबंध में भी पतासाजी का प्रयास किया जा रहा था, किन्तु मृतक के संबंध में कोई जानकारी नहीं मिलने पर, पुलिस के द्वारा अज्ञात मृतक का विधिवत दाह संस्कार कर दिया गया है। पुलिस के द्वारा मामले में लगातार जांच की जा रही थी व आसपास के व्यक्तियों से भी पूछताछ की जा रही थी,कि इसी दौरान पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली कि उक्त घटना दिनांक को घटना स्थल से संबंधित ग्राम के जीवनधर राम व दो नाबालिक बालकों का उक्त अज्ञात मृतक से विवाद हुआ था।

पुलिस ने मुखबिर की सूचना जांच की तो पता चला कि गांव के ही एक 19 वर्षीय युवक जीवनधर राम व दो नाबालिकों के द्वारा अज्ञात मृतक से मारपीट की गई थी। पुलिस ने जब तीनो संदेहियों को हिरासत में लेकर पूछताछ की तब उनके द्वारा अपराध स्वीकार करते हुए बताया गया कि 6 जून को जीवनधर राम अपने दो नाबालिग साथियों के साथ एक नाबालिक लड़की नदी में मछली पकड़ रहे थे। उसी समय वह व्यक्ति आया। उसने नाबालिक लड़की से छेड़ छाड़ करते हुए, उसे जमीन में पटक दिया गया था। इस दौरान नाबालिक लड़की को बचाने के लिए तीनों ने मिलेकर व्यक्ति को हाथ मुक्का व डंडा से मारपीट कर, मृतक के हाथ पैर को बांधकर घसीटते हुए ले जाकर गांव में छोड़ दिए। इसके कारण उसकी मौत हो गई।