भिलाई। डिजिटल अरेस्ट के एक मामले में भिलाई नगर पुलिस ने उदयपुर राजस्थान से एक आरोपी को गिरफ्तार किया है। रुआबांधा निवासी एक व्यक्ति को ट्राई का अफसर बताकर डिजिटल अरेस्ट किया गया और उसके बाद डरा धमका कर उससे 49 लाख रुपए से ज्यादा की ठगी की। इस मामले में पहले ही पुलिस ने 4 आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। वहीं आरोपियों को 20 परसेंट कमीशन के लालच में अपन खाता देने वाले आरोपी को उदयपुर से गिरफ्तार किया गया।
बता दें जिले मे घटित आनलाईन ठगी एवं साईबर अपराध के लंबित प्रकरणो के त्वरित निराकरण एवं फरार आरोपियों को पता तलाश कर शीघ्र गिरफ्तार कर लंबित प्रकरणों को निपटाने एसएसपी विजय अग्रवाल ने विशेष दिशा निर्देश दिए हैं। इसी कड़ी में रुआबांधा निवासी इंद्रप्रकाश कश्यप (51) ने 16 नवंबर 2024 को थाना भिलाई नगर उपस्थित होकर शिकायत दर्ज कराई थी। उन्होंने बताया कि नंबर 9783623063 के धारक द्वारा खुद को टी.आर.ए.आई (ट्राई) से काल कर रहा हूं आपके आधार कार्ड से क्राईम हुआ है कहकर कुल 49,01,196 रुपए जमा करवाकर ठगी की।

इस मामले में भिलाई नगर पुलिस ने धारा 318(4) बीएनएस. कायम कर विवेचना में लिया। प्रकरण के 04 आरोपियों को पूर्व में अलग अलग स्थानों से गिरफ्तार जेल भेजा गया। अपराध में संलिप्त प्रत्येक आरोपियों के संबंध मे जानकारी ली गई। अन्य आरोपियों की पतासाजी क्रम मे आरोपी भरत कुमार मेनारिया पिता चुन्नीलाल मेनारिया उम्र 30 साल साकिन ग्राम बांसड़ा थाना खेरोदा जिला उदयपुर राजस्थान को हिरासत में लेकर पूछताछ की गई। उसने बताया कि 07 माह पहले पुणे निवासी सद्दाम मुल्ला द्वारा औरंगाबाद के निवासी बापु श्रीधर भराड नाम के व्यक्ति का आईसीआईसीआई बैंक का खाता , इंटरनेट बैंकिग का युजर आईडी पासवर्ड तथा बैंक में रजिस्टर्ड सिम कार्ड तथा जिस मोबाइल में सिम कार्ड को चेक किया गया था वह फोन को देना बताया। जिस पर आरोपी भरत कुमार मेनारिया की प्रकरण मे संलिप्तता पाये जाने से आरोपी को गिरफ्तार जेल भेजा गया।
