नई दिल्ली (एजेंसी)। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने आखिरकार कबूल किया है कि भारतीय सेना की ओर से ऑपरेशन सिंदूर के दौरान ब्रह्मोस मिसाइलों के इस्तेमाल से उनके सैन्य ठिकाने तबाह हो गए। इस घटना के बाद भारत ब्रह्मोस मिसाइल प्रणाली को और भी बेहतर बनाने की योजना बना रहा है। इसकी मारक क्षमता बढ़ाने, इसे पनडुब्बियों से लॉन्च करने और इसे और छोटा करने पर भारत काम कर रहा है। ब्रह्मोस मिसाइलों को रोकने में नाकामी ने पाकिस्तान की वायु रक्षा प्रणाली पर सवाल खड़े कर दिए हैं। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने अजरबैजान में एक कार्यक्रम में कहा कि 9-10 मई की रात को भारत ने ब्रह्मोस मिसाइलों से हमला किया। उन्होंने कहा कि भारत ने रावलपिंडी हवाई अड्डे समेत पाकिस्तान के कई ठिकानों को निशाना बनाया। उनके अनुसार, पाकिस्तान की सेना भारत को जवाब देने के लिए तैयार थी, लेकिन उससे पहले ही भारत ने ब्रह्मोस से हमला कर दिया।
22 अप्रैल की दुर्दांत घटना के बाद इंडियन आर्म्ड फोर्सेज ने पूरी प्लानिंग और अद्भुत कोऑर्डिनेशन के साथ 7 मई 2025 को ऑपरेशन सिंदूर लॉन्च किया। भारत ने पीओके और पाकिस्तान में मौजूद लश्कर-ए-तैयबा, जैश-ए-मोहम्मद जैसे खतरनाक आतंकवादियों के अड्डों को मिट्टी में मिला दिया। भारत के एयर स्ट्राइक से पाकिस्तान की चूलें हिल गईं। इसके बाद दुश्मन देश ने भारत के मिलिट्री बेस को टारगेट करते हुए मिसाइल और ड्रोन हमले किए थे, जिन्हें इंडियन एयर डिफेंस सिस्टम ने पूरी तरह से नकाम कर दिया। भारत की ओर से इसका करारा जवाब दिया गया।

इंडियन एयरफोर्स के फाइटर जेट्स ने हुंकार भरी और पाकिस्तान के 11 एयरबेस को कुछ ही पलों में तबाह कर दिया। उन्हें व्यापक पैमाने पर नुकसान पहुंचाया गया। इस एयर स्ट्राइक में भारत ने अल्ट्रा मॉडर्न ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रुज मिसाइल का इस्तेमाल किया था। ब्रह्मोस के प्रचंड प्रहार से पाकिस्तान के हौसले पस्त हो गए और वह शांति के लिए गुहार लगाने लगा। भारत अपनी शर्तों पर सीजफायर के लिए सहमत हुआ। भारत का रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन यानी DRDO इसी ब्रह्मोस मिसाइल को और घातक बनाने में जुटा है। अन्य फीचर जोडऩे के साथ ही इसकी रेंज भी बढ़ाई जा रही है। यह काम एडवांस स्टेज पर है।

दरअसल, DRDO ब्रह्मोस क्रुज मिसाइल के कॉम्पैक्ट एयर लॉन्च वर्जन को डेवलप करने में जुटा है। इस मिशन के तहत ब्रह्मोस मिसाइल की रेंज को मौजूदा 450 किलोमीटर से बढ़ाकर 800 किलोमीटर किया जाएगा। DRDO का यह मिशन एडवांस स्टेज तक पहुंच चुका है। ब्रह्मोस मिसाइल की रेंज बढ़ाकर 800 किलोमीटर करने से पूरा पाकिस्तान ही इसकी जद में आ जाएगा। कराची, इस्लामाबाद, लाहौर, रावलपिंडी जैसे बड़े शहर बस एक फिंगर टिप पर आ जाएंगे। इंडियन एयरफोर्स के फाइटर जेट्स अपने ही एयर लिमिट में रहते हुए पाकिस्तान को तबाह कर देगा। ऐसे में भारत के इस कदम से पड़ोसी दुश्मन देश का चिंतित होना स्वाभाविक है।
वहीं, ईस्टर्न बॉर्डर पर बार-बार बदमाशी करने वाले चीन का टेंशन भी इससे बढ़ गया है। ऑपरेशन सिंदूर के दौरान ब्रह्मोस मिसाइल ने जिस तरह से पाकिस्तान में तबाही मचाई है, उसके बाद दोनों पड़ोसी देशों में खलबली मचना नैचुरल है। बता दें कि ऑपरेशन सिंदूर के दौरान एयरफोर्स ने सुखोई Su-30MKI के जरिये एयर स्ट्राइक को अंजाम दिया था। ब्रह्मोस मिसाइल की सटीकता और शत्रुओं का विनाश करने की क्षमता से पूरी दुनिया हैरत में पड़ गई। कई देश अब इस मिसाइल को खरीदने को आतुर हैं।