भिलाई। नेवई थाना क्षेत्र में डिजीटल अरेस्ट का मामला सामने आया है। यहां एक बुजुर्ग को वीडियो कॉल पर फर्जी सीबीआई अफसर ने 2 करोड़ की मनी लॉड्रिंग का डर दिखाया। बुजुर्ग के खाते व सारी संपत्ति की जानकारी ली और गिरफ्तारी का डर दिखाकर 54 लाख 90 हजार रुपए की ठगी की। इस मामले में बुजुर्ग व्यक्ति की बेटी की शिकायत पर नेवई पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है। अज्ञात के खिलाफ बीएनएस की धारा 318(4), 67 (डी) आईटी एक्ट के तहत अपराध दर्ज कर जांच शुरू कर दी है
नेवई पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार लिंक स्ट्रीट 1 आजाद मार्केट प्रगति नगर रिसाली निवासी 45 वर्षीय नम्रता चंद्राकर ने इस संबंध में शिकायत दर्ज कराई है। उन्होंने अपनी शिकायत में बताया कि वह अपने उसके बुजुर्ग पिता श्याम कुमार चंद्राकर के साथ 54 लाख से ज्यादा की ठगी हुई है। अज्ञात कॉलर ने वाट्सएप पर वीडियो कॉल किया और खुद को सीबीआई का अफसर बताया। कॉलर ने बताया कि वह सीबीआई कार्यालय मुंबई से है।

खाते से मनि लॉड्रिंग का डर दिखाकर फंसाया
वीडियो कॉल पर खुद को सीबीआई अफसर बताने वाले ने बताया कि पापा के नाम का केनरा बैक खाता मुंबई में नरेश गोयल नामक व्यक्ति के कब्जे से बरामद किया गया है। उस खाते में 2 करोड रुपए की मनी लाड्रिंग हुई है। इस दौरान कॉलर ने श्याम चंद्राकर का आधार कार्ड दिखाया और नरेश गोयल द्वारा पांच लाख में खाता खरीदने की बात कही और इसका एक स्टेटमेंट भी दिखाया। इसके बाद कॉलर ने श्याम चंद्राकर को आरोपी बताया और गिरफ्तारी का डर दिखाया। गिरफ्तारी से बचने के लिए कॉलर सहयोग करने कहा और उसके खाते, संपत्ति की पूरी जानकारी ले ली।

गिरफ्तारी का डर दिखाया और लाखों रुपए की ठगे
इसके बाद कॉलर ने श्याम कुमार को गिरफ्तारी का डर दिखाकर पूरी तरह से अपने कब्जे में ले लिया। डर के कारण श्याम चंद्राकर व उसकी बेटी ने सहयोग का भरोसा दिलाया। इस दौरान कॉलर ने यह भी कहा कि फर्जी खाते में कई गरीब लोगो का रकम जमा करा मनी लाड्रिंग किए है इसका सुप्रीम कोर्ट में केश चल रहा है कोर्ट के आदेशानुसार रकम वापस करना होगा नहीं तो आप लोगों को जेल हो सकती है। इसके बाद श्याम चंद्राकर ने 29 अप्रैल 2025 से 29 मई 2025 तक कुल 54,90,000 अलग-अलग तिथियों में आरटीजीएस कराकर जमा कराए। बाद में पता चला कि उनके साथ ठगी हुई है। इस मामले में शिकायत के बाद जांच शुरू कर दी है।