बीजापुर। छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले में छत्तीसगढ़ और तेलंगाना सीमा पर पिछले चार पांच दिनों से जारी एंटभ् नक्सल ऑपरशेन से नक्सली घबरा गए हैं। नक्सलियों के उत्तर पश्चिम सब जोनल ब्यूरों के प्रभारी रूपेश ने प्रेस नोट जारी कर कार्रवाई रोकने की अपील की है। प्रेसनोट के जरिए उसने कहा कि हम सरकार से अनुरोध कर रहे हैं कि वार्ता के जरिए समस्या का समाधान का रास्ता अपनाए, अनुकूल माहौल बनाए।
बता दें छत्तीसगढ़ और तेलंगाना राज्य की फोर्स ने नक्सलियों के खिलाफ सबसे बड़ा संयुक्त ऑपरेशन लॉन्च किया है। इसके अब तक का सबसे बड़ा ऑपरेशन कहा जा रहा है। कर्रेगुट्टा की पहाड़ी पर भारी संख्या में नक्सली छिपे हुए हैं। छत्तीसगढ़ व तेलंगाना की फोर्स चारों ओर से उन्हें घेर रही है। इस बीच सुरक्षाबलों ने पांच नक्सलियों को मार गिराने में भी सफलता पाई है। बताया जा रहा है पहाड़ी पर बड़े लीडर्स मडावी हिडमा, देवा, दामोदर के साथ लगभग 2 हजार के करीब नक्सली मौजूद हैं। इनको घेरने के लिए पांच हजार से ज्यादा की फोर्स को रवाना किया गया है जो पहाड़ी के चारो ओर मौजूद है।

दो राज्यों के संयुक्त ऑपरेशन से नक्सलियों में भी डर बैठ गया है। उनके पास हथियार तो हैं लेकिन खाने पीने की चीजें खत्म हो रही हैं। इस बीच नक्सलियों के उत्तर पश्चिम सब जोनल ब्यूरों के प्रभारी रूपेश ने प्रेस नोट जारी कहा है कि इस अभियान को तुरंत रोकना चाहिए, बलों को वापस लेना चाहिए। उन्होंने लिखा है कि बीजापुर-तेलंगाना सीमा पर जारी सैनिक अभियान को तुरंत रोकना चाहिए और शांति वार्ता के लिए आगे आना चाहिए। सभी लोग चाहते हैं समस्या का समाधान शांति वार्ता के जरिए हो। शांति वार्ता के लिए हमारी पार्टी हमेशा तैयार है। हमारी पार्टी के केंद्रीय कमेटी ने भी शांति वार्ता को लेकर पत्र जारी किये थे। विश्वास का कमी को दूर करने के लिए हमारे तरफ से लगातार प्रयास जारी है, लेकिन सरकार का मंशा अलग दिख रही है।

शाति वार्ता के जरिए समस्या हल होने का संभावना रहने के बावजूद, सरकार दमन व हिंसा का प्रयोग से समस्या का समाधान के लिए प्रयास कर रहा है। इसी का नतीजा है बीजापुर-तेलंगाना सीमा पर एक बड़ा सैन्य अभियान को लांच किया गया। इस अभियान को तुरंत रोकना चाहिए, बलों को वापस लेना चाहिए। हम सरकार से अनुरोध कर रहे हैं कि वार्ता के जरिए समस्या का समाधान का रास्ता अपनायें, अनुकूल माहौल बनाये इस रास्ते से सकारात्मक नतीजा निकलेंगे। बंदूक के बल पर समस्या का समाधान के लिए सरकार द्वारा अमल किये जा रहे कगार सैनिक अभियान को एक महीने के लिए स्थगित करें हमारे यह अपील पर सरकार की सकारात्मक प्रतिक्रिया का उम्मिद के साथ हम प्रतीक्षा करेंगे।
नक्सलियों द्वारा जारी प्रेसनोट
