रायपुर। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह चार अप्रैल शुक्रवार को दो दिवसीय दौरे पर छत्तीसगढ़ आ रहे हैं। इस दौरान शाह यहां पर विभिन्न कार्यक्रमों में हिस्सा लेंगे। दो दिन के कार्यक्रम के दौरान शाह रायपुर, जगदलपुर और दंतेवाड़ा में रहेंगे। केन्द्रीय गृहमंत्री अमित शह के छत्तीसगढ़ प्रवास का पूरा शेड्यूल जारी कर दिया गया है। शुक्रवार को रात्रि विश्राम के बाद शनिवार की सुबह वे दंतेवाड़ा के लिए रवाना होंगे।

तय कार्यक्रम के अनुसार केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह शुक्रवार की शाम 7:30 रायपुर पहुंचेंगे। नवा रायपुर के मे फेयर रिसॉर्ट में अमित शाह रात रुकेंगे। इसके बाद शनिवार की सुबह उनके बस्तर जाने का कार्यक्रम तय है। दंतेश्वरी माता दर्शन के बाद शाह बस्तर पंडुम समापन कार्यक्रम में शामिल होंगे। यहां बस्तर के वाद्य, खान-पान, नृत्य, संगीत सभी को एक मेले में दिखाया गया है। अमित शाह यहां बस्तर के पकवान भी चखेंगे। पंचायत चुनाव में चुनकर आए जनप्रतिनिधियों के साथ लंच का कार्यक्रम है। इसके बाद नक्सल ऑपरेशन में शामिल कमांडर और जवानों से भी मिलेंगे।अमित शाह शनिवार शाम तक रायपुर वापस लौटेंगे। इसके बाद नवा रायपुर के रिसॉर्ट में एंटी नक्सल ऑपरेशन पर हाईलेवल मीटिंग लेंगे बैठक लेंगे। इस बैठक में सीएम साय और प्रदेश के गृहमंत्री विजय शर्मा के साथ एंटी नक्सल ऑपरेशन से जुड़े पुलिस, सीआरपीएफ और बीएसएफ जैसी सेंट्रल फोर्स के कमांडर भी शामिल होंगे। बताया जा रहा है कि सरकार अब तक के नक्सल ऑपरेशन का ब्योरा गृहमंत्री अमित शाह को देगी। साथ ही प्रदेश में लागू की गई नई नक्सल नीति के बारे में भी गृहमंत्री को बताया जाएगा।

अहम है केन्द्रीय गृहमंत्री का दौरा
बता दें केन्द्रीय गृहमंत्री के छत्तीसगढ़ प्रवास को काफी अहम माना जा रहा है। छत्तीसगढ़ में लगातार एंटी नक्सल ऑपरेशन जारी है और सुरक्षाबल नक्सलियों की मांद में घुसकर उनका खात्मा कर रहे हैं। केन्द्रीय गृहमंत्री ने छत्तीसगढ़ में भाजपा सरकार बनने के बाद 31 मार्च 2026 तक नक्सलवाद पूरी तरह से खत्म करने का ऐलान किया था। आने वाले एक साल के भीतर नक्सलियों का खात्मा हो जाएगा। अमित शाह का यह दौरा नक्सलवाद के खात्मे को लेकर अहम माना जा रहा है।

मारे गए 350 से ज्यादा नक्सली
केन्द्रीय गृहमंत्री अमित शाह के दौरे पहले सीएम साय ने कहा है कि 31 मार्च 2026 तक छत्तीसगढ़ से वामपंथी उग्रवाद का खात्मा तय है। उन्होंने कहा है कि छत्तीसगढ़ में भाजपा की सरकार बनने के बाद एंटी नक्सल ऑपरेशन में लगातार सफलता मिली है। प्रदेश में इस दौरान 2200 से ज्यादा नक्सलियों की गिरफ्तारी व आत्मसमर्पण कराया गया है। इस बीच 350 से अधिक नक्सली अलग अलग मुठभेड़ में मारे जा चुके हैं। सुरक्षाबलों की सफलता का ही परिणाम है कि नक्सली अब शांति वार्ता करना चाहते हैं। छत्तीसगढ़ के गृहमंत्री विजय शर्मा ने भी कहा है कि सरकार नक्सलियों ने शांतिवार्ता को तैयार है लेकिन उनकी कोई शर्त नहीं मानी जाएगी। गृहमंत्री शर्मा ने स्पष्ट किया है कि नक्सली हिंसा छोड़े और शांतिवार्ता के लिए आएं।