पशुपालकों की आय बढ़ाने और पशुधन को स्वस्थ व उन्नत बनाने के उद्देश्य से अदाणी फाउंडेशन द्वारा जैसलमेर और बाड़मेर जिलों में पशु नस्ल सुधार के लिए पशु स्वास्थ्य शिविरों और किसान प्रशिक्षण कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है। अब तक 62 पशु स्वास्थ्य शिविर और 67 किसान प्रशिक्षण कार्यक्रम सफलतापूर्वक आयोजित किए जा चुके हैं ।

नस्ल सुधार और आधुनिक पशुपालन तकनीक
इन शिविरों में पशु नस्ल सुधार पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है, ताकि स्थानीय पशुधन को अधिक उत्पादक और रोगप्रतिरोधी बनाया जा सके। विशेषज्ञों द्वारा पशुपालकों को आधुनिक प्रजनन तकनीकों, पोषण प्रबंधन और नस्ल सुधार के तरीकों की जानकारी दी जा रही है, जिससे वे अपने पशुओं की देखभाल वैज्ञानिक ढंग से कर सकें।

किसान प्रशिक्षण: ज्ञान से आत्मनिर्भरता की ओर
अदाणी फाउंडेशन न केवल पशुधन के स्वास्थ्य पर ध्यान दे रहा है, बल्कि किसानों को आधुनिक पशुपालन तकनीकों से प्रशिक्षित करने के लिए विशेष 67 किसान प्रशिक्षण कार्यक्रम भी आयोजित कर चुका है। और इसके साथ ही किसानों को कृषि विश्व विद्यालय मंडोर, जोधपुर में एक्सपोजर विजिट करवाई गई जहां किसानों को प्रशिक्षण में उत्म किस्म की खेती करना, किसानों को दुग्ध उत्पादन बढ़ाने, चारा प्रबंधन, पशु स्वास्थ्य देखभाल और आधुनिक डेयरी प्रबंधन की जानकारी दी गई । तथा किसान प्रशिक्षण कार्यक्रम के अन्तर्गत पशुपालकों को स्वास्थ्यकर तरीके से अपने पशुओं की देखभाल करने और अपनी आय में वृद्धि करने में सहायता मिल रही है।
स्वस्थ पशु, समृद्ध किसान
इन शिविरों में बीमार पशुओं की जांच कर मुफ्त दवाइयां वितरित की जा रही हैं, जिससे पशुओं को संक्रमण और अन्य बीमारियों से बचाया जा सके। इसके अलावा, टीकाकरण, कृमिनाशक उपचार और संतुलित आहार के महत्व पर भी किसानों को प्रशिक्षित किया जा रहा है।
स्थानीय पशुपालकों को मिल रहा लाभ
ग्रामीण क्षेत्रों में आयोजित इन शिविरों और किसान प्रशिक्षणों से हजारों पशुपालक लाभान्वित हो रहे हैं। बेहतर नस्ल और स्वास्थ्य संबंधी जानकारियों से किसानों को दुग्ध उत्पादन में वृद्धि और पशुधन की कार्यक्षमता बढ़ाने में मदद मिल रही है। पशुपालकों ने इस पहल की सराहना करते हुए इसे अपनी आय बढ़ाने और पशुओं के स्वास्थ्य को सुधारने में महत्वपूर्ण बताया है।
अदाणी फाउंडेशन की प्रतिबद्धता
अदाणी फाउंडेशन का यह प्रयास ग्रामीण अर्थव्यवस्था को सशक्त बनाने और किसानों की आजीविका को मजबूत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। आने वाले दिनों में और अधिक से अधिक गांव-गांव और ढाणियों में यह पशु स्वास्थ्य शिविर और किसान प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे, जिससे अधिक से अधिक पशुपालकों और किसानों को लाभ मिल सके।