जगदलपुर। बीजापुर के पत्रकार मुकेश चंद्राकर की हत्या के बाद से फरार चल रहे ठेकेदार को रविवार की रात एसआईटी की टीम ने हैदराबाद से गिरफ्तार किया है। गिरफ्तारी के बाद एसआईटी की टीम उसे लेकर बीजापुर रवाना हो गई है। इससे पहले पुलिस ने इस मामले में रितेश चंद्राकर, दिनेश चंद्राकर व महेन्द्र रामटेके को गिरफ्तार कर लिया था। मास्टर माइंड सुरेश चंद्राकर को बीजापुर लाने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।
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बता दें 1 जनवरी 2025 को शाम 7 बजे से मुकेश चंद्राकर घर से लापता थे। 2 जनवरी को उनके भाई युकेश चंद्राकर ने गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई। शिकायत के बाद पुलिस लगातार मुकेश के फोन को ट्रेस कर रही थी। फोन बंद होने की वजह से अंतिम लोकेशन घर के आस-पास का ही दिखा रहा था। इसके बाद जीमेल लोकेशन में मुकेश का अंतिम लोकेशन बीजापुर के चट्टानपारा में होना पाया गया। यहां पर मुकेश के रिश्तेदार और ठेकेदार सुरेश चंद्राकर व रितेश चंद्राकर का बैडमिंटन कोर्ट है। इसकी जानकारी के बाद पुलिस मौके पर पहुंची। जांच के दौरान कुछ पत्रकारों की नजर सेप्टिक टैंक पर गई। टैंक पर कंक्रीट का मोटा स्लैब डाला गया था, लेकिन उसमें एक भी चेंबर नहीं रखा था। इससे शक हुआ और सेफ्टीक टैंक को तोड़ने की मांग की गई। टैंक तोड़ने के बाद उसमें मुकेश की लाश मिली।
सीएम साय ने दिया था सख्त कार्रवाई का निर्देश
मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने बीजापुर के पत्रकार मुकेश चंद्राकर की नृशंस हत्या की घटना की कड़ी निंदा करते हुए कहा कि इस हत्याकांड में शामिल किसी भी व्यक्ति को बख्शा नहीं जाएगा। मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि इस प्रकार की घटना की पुनरावृत्ति न हो, इसके लिए आरोपियों को कड़ी से कड़ी सजा दिलाने के निर्देश दिए गए हैं। हमारी सरकार अपराधियों के खिलाफ सख्त रुख अपनाएगी और पत्रकारों की सुरक्षा सुनिश्चित करेगी। मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि प्रदेश में कानून व्यवस्था को बनाए रखना सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है। पत्रकारिता को लोकतंत्र का चौथा स्तंभ बताते हुए मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि पत्रकारों की स्वतंत्रता और उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करना सरकार का दायित्व है।