-दीपक रंजन दास
जब जब ऐसा लगता है कि भाजपा कमजोर पड़ रही है, कांग्रेस एकाएक चित हो जाती है। दरअसल, चुनाव को कांग्रेस अब भी हल्के में लेती है। वही सदियों पुराना तरीका। मीडिया में बयान जारी करना और गरीब बस्तियों में पैसे, साड़ी और दारू बांटना। इस सबसे अब चुनाव नहीं जीता जा सकता। चुनाव हाइटेक हो चुके हैं। सोशल मीडिया और इंटरनेट अब एक ऐसा हथियार है जिसमें विशेषज्ञों की तूती बोलती है। इस सबके ऊपर है टाइमिंग का खेल। आपके पास चाहे जितना भी बड़ा राज विरोधी दल का हो, यदि टाइमिंग का ध्यान नहीं रखा तो वह फुस्सी बम साबित होता है। महाराष्ट्र चुनाव में भाजपा ने एक बार फिर दिखा दिया का परफेक्ट टाइमिंग क्या होती है। मतदान से ठीक 12 घंटे पहले एक पूर्व आइपीएस अधिकारी सामने आता है। वह बताता है कि कांग्रेस ने अपने बिटकॉइन कैश करवाए। इन पैसों का इस्तेमाल चुनाव लडऩे के लिए किया गया। इसमें दुबई एंगल भी डाल दिया गया। वैसे यह पूर्व आईपीएस खुद बिटकॉइन हेराफेरी के मामले में फंसा हुआ है। बिटकॉइन भारत में गैरकानूनी नहीं है। पर उसका इस्तेमाल लीगल टेंडर के रूप में नहीं किया जा सकता। इसलिए इन्हें यहां भुनाया नहीं जा सकता। यह एक पेचीदा मसला है जिसे बहुत कम लोग जानते समझते हैं। इसलिए जब वो करोड़ों रुपए, दुबई के जरिये हवाला धन, जैसी बातें सुनती है तो तैश में आ जाते हैं। चुनावों में सभी दल पैसों का इस्तेमाल खुलकर करते हैं। आम मतदाताओं के पास यह सोचने या समझने की फुर्सत ही नहीं है कि ये पैसे कहां से आते हैं। इसलिए सत्ता में आते ही पार्टियां अगले चुनाव की तैयारी में लग जाती हैं। विपक्षियों की इसपर पैनी नजर रहती है। इसलिए सावधानी जरूरी है। भाजपा कांग्रेस शासित राज्यों को अपने आकाओं का एटीएम कहती है।
Gustakhi Maaf: भाजपा की परफेक्ट टाइमिंग
