भिलाई। छत्तीसगढ़ में नवंबर माह के दो सप्ताह बीतने को हैं और ठंड की दस्तक नहीं है। रातें हल्की सर्द हैं और सुबह के समय थोड़ी ठंड पड़ रही है। इसके अलावा दिनभर भी तापमान चढ़ा रहता है। नवंबर में पिछले दस वर्षों का आंकड़ों पर नजर डाले तो पारा 13 से 17 डिग्री तक गिर जाता था। वहीं इस बार तापमान 24 डिग्री तक जा रहा है। दिन का तापमान प्रदेश के अधिकतर जिलों में 30 डिग्री से ज्यादा जा रहा है। मौसम विभाग का अनुमान है कि अभी मौसम का मिजाज अगले तीन चार दिनों तक ऐसा ही रहेगा। 16 नवंबर के बाद ठंड की शुरुआत हो सकती है।
रविवार को राजधानी रायपुर, दुर्ग भिलाई सहित प्रदेश के प्रमुख शहरों में तापमान 30 डिग्री से ज्यादा रहा। प्रदेश में रविवार को सर्वाधिक तापमान राजधानी रायपुर में 32.8 डिग्री रहा। वहीं न्यूनतम तापमान बलरामपुर में 15.3 डिग्री दर्ज किया गया। इसके अलावा दुर्ग जिले में भी 31 डिग्री तापमान रिकार्ड किया गया। इसके अलावा दंतेवाड़ा में 32 डिग्री, बीजापुर 30.9 डिग्री, बस्तर 30.3 डिग्री, कांकेर 30.7 डिग्री, बालोद 31.7 डिग्री, राजनांदगांव 30.5 डिग्री, बिलासपुर 30.4 डिग्री ,कोरबा 30.3 डिग्री, मुंगेली 31.1 डिग्री, रायपुर 32.8 डिग्री अधिकतम तापमान रहा।
न्यूनतम तापमान में भी ज्यादा कमी नहीं
रविवार को प्रदेश के सिर्फ 8 जिलों में ही रात का तापमान 19 डिग्री से कम रहा। बलरामपुर में सबसे कम 15.3 डिग्री तापमान रहा। वहीं सरगुजा में 15.8 डिग्री, कोरिया में 18.5 डिग्री, गौरेला-पेंड्रा-मरवाही में 17.8 डिग्री, नारायणपुर में 16.1 डिग्री, बस्तर में 18.1 डिग्री, बीजापुर में 18.8 डिग्री, दंतेवाड़ा में 18.7 डिग्री न्यूनतम तापमान रिकॉर्ड किया गया। छत्तीसगढ़ में अगले 3 दिन तक न्यूनतम तापमान में भी कोई खास बदलाव होने की संभावना नहीं है। मौसम विभाग के अनुसार सोमवार को भी प्रदेश के ज्यादातर हिस्सों में तापमान में परिवर्तन नहीं होगा।
बंगाल की खाड़ी में बन सकता कम दबाव का क्षेत्र
मौसम विभाग के मुताबिक, बंगाल की खाड़ी में कम दबाव का क्षेत्र बन सकता है। इसके कारण अगले 24 घंटे में रायपुर समेत दुर्ग, सरगुजा और बिलासपुर संभाग में बादल छाए रहने और हल्की बारिश होने की संभावना है। 15 नवंबर तक बारिश की संभावना बनी रहेगी। मौसम विभाग का कहना है कि तीन-चार दिन बाद यानी 15 नवंबर के आसपास ही रात के तापमान में थोड़ी कमी आने से ठंड महसूस होगी। मौसम विभाग के मुताबिक 16 नवंबर के बाद पश्चिमी विक्षोभ एक्टिव हो सकता है, जिससे पर्वतीय इलाकों के मौसम में बदलाव आएगा। नवंबर के आखिरी तक ठंड का असर बढ़ेगा और पहाड़ों में बर्फबारी का दौर शुरू हो सकता है।