भिलाई। नरक चतुर्दशी जिसे रूप चौदस और छोटी दिवाली के नाम से भी जाना जाता है, आज बड़े धूमधाम से मनाया जा रहा है। आज के दिन नरकासुर वध के प्रतीक रूप में लोग बुराई का अंत और जीवन में उजाले का स्वागत करते हैं। धार्मिक मान्यता के अनुसार इसी दिन भगवान श्रीकृष्ण ने नरकासुर नामक राक्षस का वध कर लोगों को उसके अत्याचारों से मुक्त किया था। इसलिए इसे नरक चतुर्दशी कहते हैं। इस अवसर पर लोग सुबह उठकर स्नान करते हैं और खुद को नकारात्मकताओं से दूर करने का संकल्प लेते हैं। कल धनतेरस पर लोगों ने जमकर खरीदारी की थी। वहीं आज चौदस पर भी बाजार में खासी रौनक देखने को मिली। इससे व्यापारियों के चेहरे भी गुलजार रहे।
ज्योतिषाचार्यों के अनुसार नरक चतुर्दशी पर सूर्योदय से पहले स्नान कर घर की साफ-सफाई की जाती है। इसके बाद भगवान श्रीकृष्ण, यमराज और हनुमान जी की पूजा की जाती है। दीप जलाकर घर के कोनों और द्वारों को रोशन किया जाता है ताकि जीवन में सुख, समृद्धि और शांति का वास हो सके। इस दिन लोग दीप जलाते हैं, जिन्हें यम दीप कहा जाता है, ताकि परिवार में किसी भी प्रकार की विपदा से बचा जा सके। इधर बाजार भी गुलजार है। वहीं शाम को घरों के आंगन और द्वारों को दीपों से सजाया जाता है। इस अवसर पर मिट्टी के दीयों का विशेष महत्व है, और लोग अपने परिवार के साथ मिलकर दीपों की रोशनी में अपनी खुशियों को साझा करते हैं। घरों में पकवान बनाए जाते हैं और मिठाइयों का आदान-प्रदान किया जाता है। नरक चतुर्दशी की रात दीपों की जगमगाहट और उत्साह का रंग देखने लायक होता है जो दिवाली के आगमन का भी संदेश देता है।
सराफा बाजार में हुआ जमकर कारोबार
धनतेरस पर मंगलवार को बाजारों की रौनक देखते ही बनी। सराफा, कपड़ा, ऑटोमोबिल से लेकर एफएमसीजी सेक्टर में जबरदस्त उछाल देखने मिला। एक ही दिन में करोड़ों का कारोबार होने से व्यापारियों गदगद रहे। आज बुधवार और अगले दिन भी बंपर कारोबार की उम्मीद में व्यापारियों के चेहरे भी खिले हुए नजर आ रहे हैं। मंगलवार को ट्विनसिटी के बाजार में मंगल छाया रहा। भीड़ इतनी कि पैर रखने की भी जगह नहीं। ऐसे में बाजार में पूरे दिन धन वर्षा होती रही। सबसे ज्यादा सराफा दुकानों में भीड़ रही। सोने-चांदी की कीमतें रॉकेट होने के बाद भी लोगों में खरीदारी को लेकर जबरदस्त उत्साह था। सराफा के अलावा कांसा, पीतल के बर्तन, कपड़ा, ऑटोमोबिल और इलेक्ट्रॉनिक बाजार का भी बोलबाला रहा। बता दें कि बीते कुछ समय से बाजार सामान्य रहने से व्यापारियों में धनतेरस और दीपावली के दौरान व्यापार को लेकर काफी चिंता थी। लेकिन, धनतेरस में ग्राहकों के रूझान ने व्यापारियों की चिंता दूर कर दी है। सारी आशंकाओं को दरकिनार करते हुए मंगलवार सुबह से ही बाजार में ग्राहकों की भीड़ रही। नगर तथा आसपास के ग्रामीण इलाकों के ग्राहकों ने बाजार में जमकर खरीदारी की।