कांकेर/बीजापुर। छत्तीसगढ़ के कांकेर जिले में 12 लाख रुपए के चार इनामी नक्सिलियों ने पुलिस के सामने सरेंडर कर दिया है। इनमें से दो पर 5-5 लाख रुपए और दो पर एक-एक लाख रुपए का इनाम घोषित है। इधर बीजापुर में नक्सलियों ने मुखबिरी के शक में दो ग्रामीणों की हत्या कर दी। नक्सलियों ने जनअदालत लगाकर ग्रामीणों को फांसी पर लटका दिया। वहीं एक छात्र को रिहा किया गया।
छत्तीसगढ़ सरकार की पुनर्वास नीति से प्रभावित होकर कमांडर सहित चार नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया है। नक्सली उत्तर बस्तर डिवीजन के कुएमारी एरिया कमेटी में सक्रिय थे। आत्मसमर्पित नक्सलियों में दो महिला नक्सली और दो पुरुष नक्सली शामिल हैं। चारों नक्सलियों पर 12 लाख का इनाम घोषित था। कांकेर एसपी आई के एलिसेला ने बताया कि सुरजन्ना उर्फ सिताय कोर्राम कुऐमारी एलओएस कमांडर थी, जिस पर पांच लाख का इनाम घोषित था। इस पर 2007 से 2024 तक कुल 24 मामले दर्ज हैं। वहीं, 2010 में नारायणपुर में एक घटना में 27 जवान शहीद हो गए थे, उसमें यह महिला नक्सली शामिल थी। कुएमारी एरिया कमेटी सदस्य नरेश उर्फ लक्कू पुनेम पर भी पांच लाख रुपये का इनाम घोषित था। 2013 से 23 तक पांच नक्सली घटनाओं में शामिल रहा है।
कुएमारी एलओएस सदस्य सागर उर्फ गंगा और अंजू उर्फ सरिता शोरी पर एक-एक लाख का इनाम घोषित था। दोनों नक्सली पर 2017 से 23 तक 12 नक्सल घटनाओं में शामिल रहे हैं। चारों नक्सलियों ने पुलिस द्वारा नक्सलियों के विरुद्ध चलाये जा रहे नक्सल उन्मुलन अभियान तहत शासन की पुनर्वास नीति से प्रभावित होकर आत्मसमर्पण कर दिया है। आत्मसमर्पण करने वाले नक्सलियों को 25-25 हजार का प्रोत्साहन राशि भी दिया गया है।
जनअदालत में दो ग्रामीणों को फांसी पर लटकाया
बीजापुर जिले में नक्सलियों ने भैरमगढ़ क्षेत्र के जप्पेमरका इलाके में जनअदालत लगाकर दो ग्रामीणों पर मुखबिरी का आरोप लगाकर उन्हें फांसी की सजा दी है। वहीं, नक्सलियों ने एक छात्र को रिहा कर दिया है। भैरमगढ़ क्षेत्र के जप्पेमरका इलाके में नक्सलियों ने दो दिन पहले जनअदालत लगाकर ग्रामीण माड़वी सूजा और पोडियामी कोसा पर पुलिस मुखबिरी का आरोप लगाकर उन्हें फांसी की सजा सुनाकर उनकी हत्या कर दी। वहीं, नक्सलियों ने मिरतुर छात्रावास में पढ़ रहे छात्र पोडियामी हिड़मा को जनअदालत से रिहा कर दिया है। नक्सलियों की भैरमगढ़ एरिया कमेटी ने ग्रामीणों की हत्या की जिम्मेदारी ली है। बता दें कि इससे पहले बीते 26 अगस्त को नक्सलियों ने भैरमगढ़ क्षेत्र के जैगुर निवासी सीतु मंडावी की पुलिस के लिये मुखबिरी करने का आरोप में जनअदालत लगाकर हत्या कर दी थी।