2020 और 2023 में की थी दो महिलाओं की हत्या, आरोपी को पकड़ने पुलिस ने लिया साइन लैंग्वेज का सहारा
बलौदाबाजार। जिले के लवन थाना क्षेत्र चार साल व एक साल पुराने अलग अलग दो हत्याओं के मामले में पुलिस ने गूंगे साइको किलर को दबोचा है। आरोपी दो महिलाओं की हत्या के बाद गांव में बेखौफ होकर रह रहा था। आरोपी तक पहुंचने में पुलिस को पूरे चार साल से ज्यादा का समय लग गया। गूंगे किलर तक पहुंचने के बाद साइन लैंग्वेज एक्सपर्ट से पूछताछ कर पुलिस ने आरोपी को दबोचा है। आरोपी का नाम 32 वर्षीय तेजराम उर्फ कोंदा निवासी ग्राम भालुकोना है। पुलिस ने आरोपी को न्यायिक रिमांड पर जेल भेज दिया है।
हत्या का पहला मामला मई 2020 का है। भालूकोना गांव के रहने वाले रामायण पटेल ने 29 मई 20 को लवन थाना में रिपोर्ट दर्ज कराया, कि मेरी भतीजी अनुपम बाई अपने घर में अकेली रहती थी। जिसका शव महानदी किनारे पेड़ के डंगाल में लटकी पड़ी है। सूचना मिलते ही पुलिस तुरंत घटनास्थल पर पहुंची तो देखा की एक महिला का शव पेड़ में लटका हुआ था। घटनास्थल पर मृतक महिला के कपड़े बिखरे हुए थे और सिर पर काफी चोट लगा था। मृतक महिला का शव पूरी तरीके से खून से लथपथ था।पास में ही खून लगी सूखी लकड़ी भी पड़ी मिली, जिससे संदेह हो रहा था की किसी व्यक्ति ने लकड़ी से मारकर शव को पेड़ में लटका दिया गया है। इसके बाद पुलिस सबूतों को इकठ्ठा करके मामले की जांच में जुट गई।
मंदिर के पास तालाब किनारे मिली थी दूसरी लाश
दूसरी घटना 13 मार्च 2023 की है। भालूकोना गांव के रहने वाले किशन यादव ने लवन थाना में रिपोर्ट दर्ज कराया कि गांव के पनखट्टी तालाब पार मंदिर के पास गौरी बाई यादव उम्र 56 साल का शव पड़ा हुआ है। जिसकी सूचना पर पुलिस मौके पर घटनास्थल पहुंची। जिसके बाद घटनास्थल की जांच करने पर पता चला की मृतिका घर में अकेली रहती थी। मृतिका के सिर और चेहरे पर गंभीर चोटें थी और वह खून से लथपथ पड़ी हुई थी। साथ ही शव को घसीटने का निशान दिखाई दे रहा था। इस दौरान घटनास्थल में मिले सभी सबूतों खून लगा लकड़ी का टुकड़ा और हंसिया को पुलिस ने अपने कब्जें में लेकर पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दिया था।
साइन लैंग्वेज एक्सपर्ट से की गई पूछताछ
इस पूरी घटना के बाद पुलिस ने गांव के लोगों से सिलसिलेवार पूछताछ करना शुरू किया। इस दौरान दोनों महिलाओं के रहन-सहन और दैनिक दिनचर्या का भी अध्ययन किया गया। इसी क्रम में घटनाक्रम के पास मिले सबूतों के आधार पर हत्याकांड में गांव के ही एक संदेही तेजराम उर्फ कोंदा का नाम सामने आया। जिसके बाद संदेही को हिरासत में लेकर साइन लैंग्वेज एक्सपर्ट की मदद से मनोवैज्ञानिक तरीके से पूछताछ किया गया। जिसके बाद पता चला की आरोपी ने एक सीरियल किलर की तरह दोनों महिलाओं की हत्या करना स्वीकार कर लिया। पुलिस ने आरोपी निशानदेही पर हत्या में उपयोग किए गए पत्थर और अन्य हथियार भी बरामद किया। पुलिस ने दो महिलाओं की हत्या करने वाले आरोपी को चार साल बाद गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।