भिलाई। फेसबुक पर अनजान व्यक्ति से दोस्ती करना राजधानी रायपुर की एक महिला अधिवक्ता को भारी पड़ गया। महिला अधिवक्ता अनजान फेसबुक फ्रेंड से इतना ज्यादा प्रभावित हो गई थी उसकी हर बात मानने लगी। यहां तक उसने खुद को डॉक्टर बताया तो वह भी मान गई। इसी तरह एक दिन ओमान जाने और अकाउंट एक्सेस नहीं होने की जानकारी देते हुए रुपए मांगे। महिला अधिवक्ता ने बिना कुछ सोचे समझे उसे 6 लाख रुपए भेज दिए। इसके बाद यह सिलसिला चल निकला। महिला अधिवक्त ने पूरे 37 लाख गवाएं तब जाकर पता चला कि उसे ठगा जा रहा है। इसके बाद महिला ने भिलाई नगर थाने पहुंचकर शिकायत दर्ज कराई। इस मामले में भिलाई नगर पुलिस ने अपराध दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
भिलाई नगर पुलिस ने बताया कि रायपुर सुड्डू निवासी अधिवक्ता सरिता सिंह ने इस संबंध में शिकायत दर्ज कराई है। उन्होंने अपनी शिकायत में बताया कि अप्रेल 2024 में उसका परिचय एक अनजान व्यक्ति फेसबुक के माध्यम से हुआ। उसने अपना नाम डॉ नेल्सन जेकित बताया। फेसबुक से परिचय होने के बाद धीरे धीरे चैटिंग होने लगी और मित्रता बढ़ गई। इस दौरान दोनों ने आपस में अपने मोबाइल नंबर भी शेयर कर लिए और इसके बाद दोनों के बीच वाट्सएप पर चैटिंग होने लगी। डॉ नेल्सन ने महिला को पूरी तरह से अपने बातों में फंसा लिया था।
इमोशनली ब्लैकमेल कर मांगे रुपए
इसबीच एक दिन नेल्सन ने बताया कि वह विदेश यात्रा पर ओमान जा रहा है और उसकी फ्लाईट टिकट सरिता सिंह को वाट्सएप किया। इस दौरान उसने कहा कि उसका बैंक एकाउंट मुझसे एक्सेस नहीं हो पा रहा है और सरिजा सिंह को डिटेल भेजकर एक्सेस करने कहा। इस दौरान उसने भावनात्मक रूप से 6 लाख रुपए की मांग की। सरिता सिंह ने मित्रता के नाते 6 लाख ट्रांसफर कर दिए। इसके बाद डॉक्टर ने महिला अधिवक्ता से लगातार रुपए मांगे और उसने जमा भी करा दिए।
वापस लौटाने का दिलाया भरोसा
डॉक्टर नेल्सन ने महिला अधिवक्ता से 5 लाख रुपए दो किश्तो में, 10 लाख रुपए और 1 लाख 20 हजार रुपए की मांग की। महिला अधिवक्ता ने इन रुपयों को भी जमा कराया। डॉक्टर ने रुपए वापस लौटाने का भरोसा भी दिलाया था। वापस पहुंचने के बाद डॉक्टर ने एक एटीएम महिला अधिवक्ता को भेजा और कहा कि उसके खाते में 4 करोड़ रुपए हैं। इसके लिए कुछ टैक्स देना है तो महिला अधिवक्ता ने दो किश्तों में रुपए भेजे। इसके बाद महिला अधिवक्ता सिविक सेंटर स्थित एसबीआई के एटीएम जाकर 13 अगस्त 2024 को चेक किया तो उसमें बैलेंस न्यूनतम था।
मेल कर 30 लाख रुपए की फिर हुई डिमांड
इसके बाद सामने वालों ने महिला का मेल आईडी मांगी और बैंक द्वारा मेल करने की बात कही गई। इसके बाद मेल आया कि 30 लाख रुपए पे करने पर एटीएम चलाने की पात्रता मिलेगी। महिला ने मना किया तो उसे इंटरपोल की धमकी भी दी गई। इस दौरान महिला अधिवक्ता से बैंक मैनेजर के नाम कॉल भी किया गया। लगातार प्रेसर बनाकर महिला अधिवक्ता से 2 लाख रुपए और ले लिए। इसके बाद महिला अधिवक्ता को अहसास हुआ कि उसके साथ बड़ा फ्रॉड हुआ है। इसके बाद महिला अधिवक्ता ने इस मामले में शिकायत दर्ज कराई। महिला अधिवक्ता ने बताया कि अधिकतम ट्रांजेक्शन उसने भिलाई व रायपुर से किए थे। फिलहाल इस मामले में भिलाई नगर पुलिस ने अपराध दर्ज कर लिया है और आरोपियों की पता तलाश की जा रही है।