भिलाई। सुपेला थाना क्षेत्र में सराफा कारोबारी को सोना चुराने वाले दो शातिर बदमाशों को पकड़ने में पुलिस को सफलता मिली है। घटना का मास्टर माइंड स्वयं सराफा कारोबारी है और कई दिनों से दूसरे कारोबारी का सोना चुराने की ताक पर था। एक दिन मौका मिला और स्कूटी के साथ उसने सोना पार दिया। एक अन्य से इस काम में उसका साथ दिया। करीब सप्ताह भर पहले की इस घटना में पुलिस को आरोपियों तक पहुंचने में काफी मशक्कत करनी पड़ी। सीसी टीवी फुटेज व मोबाइल लोकेशन के आधार पर पुलिस को कामयाबी मिली। इस मामले में पुलिस ने नरेश सोनी और आनंद सोनी नाम के दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है।
दरअसल चोरी की यह घटना 25 जुलाई की है। वैशाली नगर निवासी सागर हिम्मत जरे ने थाने पहुंचकर शिकायत दर्ज कराई थी। अपनी शिकायत में उसने बताया कि दुर्ग स्थित जेबीआर रिफाईनरी दुकान में सोना गलाने का काम करता है। उसने बताया कि 25 जुलाई को वह अपनी दुकान से सोना अपनी स्कूटी की डिक्की में रखकर रात 9 बजे खाना खाने से अंसारी होटल गया था। इस दौरान स्कूटी अंसारी होटल के बाहर पार्क किया था। खाना खाकर लौटने के बाद देखा कि स्कूटी वहां नहीं थी। शिकायत के आधार पर सुपेला पुलिस ने मामले में धारा 303 (2) बीएनएस के तहत अपराध दर्ज कर जांच शुरू की।
सीसी टीवी फुटेज में दिखे दो संदिग्ध
इस पूरे मामले का खुलासा करते हुए एसपी जितेन्द्र शुक्ला ने बताया कि विवेचना के दौरान पुलिस ने घटना स्थल के आसपास के सीसी टीवी फुटेज खंगाले। इस दौरान दो संदिग्ध दिखे जो रेन कोट व हेलमेट लगाए हुए थे। फुटेज मिलने के बाद भी पुलिस के सामने इन्हें पहचानने की चुनौति थी। इसके बाद पुलिस ने इन दोनों की पहचान करने का प्रयास किया। इस दौरान पुलिस को एक संदिग्ध नरेश सोनी के बारे में पता चला। स्कूटी चुराते समय उसने चालाकी दिखाई और मोबाइल ऑफ कर दिया। इसके बाद वायशेप ओवरब्रिज के पास स्कूटी छोड़ने के बाद अपना मोबाइल ऑन किया। पुलिस को मोबाइल लोकेशन मिली लेकिन आरोपी नहीं। संदिग्ध के घर पर भी ताला लगा हुआ था। एक हफ्ते बाद नरेश सोनी पकड़ाया और उसके जरिए उसका साथी आनंद सोनी भी पकड़ाया।
खराब आर्थिक स्थिति के कारण की चोरी
पुलिस की पूछताछ में नरेश सोनी ने बताया कि उसकी आर्थिक स्थिति काफी खराब हो गई थी इसलिए उसने चोरी का प्लान बनाया। नरेश सोनी की सुपेला में नरेश ज्वेलर्स नाम से दुकान है। वहीं सागर हिम्मत जरे पास की दुकान में सोना गलाने का काम करता है। दोनों में परिचय भी है। नरेश सोनी को पता था कि सागर हमेशा अपने पास सोना रखा रहता है। नरेश सोनी ने सागर के स्कूटी की एक चाबी भी बनवा रखी थी और मौके की ताक पर था।
परिवार के साथ सिहोर चला गया था आरोपी
25 जुलाई को सागर अपनी दुकान बंद करने के बाद बिरयानी खाने अंसारी होटल गया। पीछे से नरेश सोनी अपने साथी आनंद सोनी के साथ अंसारी होटल पहुंचा। सागर जैसे ही अंदर गया तो कुछ देर देखने के बाद अपने पास रखी दूसरी चाबी से स्कूटी खोली और अपना मोबाइल बंद कर निकल गया। वाईशेप ओवर ब्रिज के पास स्कूटी छोड़ी और अपने साथी को हिस्सा देने के बाद नरेश सोनी परिवार के साथ सिहोर मध्यप्रदेश घूमने चला गया। एक दिन पहले ही वह वापस लौटा और पुलिस की गिरफ्त में आ गया।
इतना सोना होने का नहीं था अनुमान
आरोपी नरेश सोनी को स्कूटी की डिक्की में 740 ग्राम सोना कीमती 50 लाख रुपए होने का अनुमान नहीं था। चोरी के बाद अपने हिस्से का सोना उसने घर पर ही छिपा रखा था। गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने आरोपियों की निशानदेही पर पुलिस ने घटना में प्रयुक्त होण्डा शाइन, चोरी गये स्कूटी वाहन, सोने के 08 नग बिस्कीट एवं सोने के टूकड़े कुल वजनी 740 ग्राम के लगभग कुल कीमती 50 लाख रुपए जब्त किया है। इस पूरी कार्रवाई में थाना सुपेला से एएसआई दिनेश सिंह, प्रधान आरक्षक मुकेश साहू, आरक्षक राजेश हनौटे, एसीसीयू से एसआई भूपेश सिंह, एएसआई पूर्ण बहादुर, प्रधान आरक्षक चंद्रशेखर बंजीर, आरक्षक भावेश पटेल, शाहबाज खान, विक्रान्त कुमार, राकेश चौधरी, पन्नेलाल, दुष्यंत लहरे, अमित सिंह, उपेन्द्र यादव, अजय ढीमर, चित्रसेन साहू की उल्लेखनीय भूमिका रही। दुर्ग एसपी जितेन्द्र शुक्ला ने टीम को नगद इनाम की घोषणा भी की है।