रायपुर। छत्तीसगढ़ के भिलाई शहर के दो शातिर ठगों ने मिलकर देश के अलग अलग राज्यों में शेयर ट्रेड़िंग के नाम पर करोड़ों की ठगी की है। अलग अलग राज्यों में इनके खिलाफ 80 थानों में ठगी के मामले दर्ज हैं। दोनों में से एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर है और दूसरा बैंक खाते सप्लाई करता है। ऐसे ही एक ठगी के मामले में रायपुर रेंज साइबर पुलिस ने दोनों शातिरों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों के पास से पुलिस ने 4 मोबाइल, एक लैपटॉप, 9 डेबिट कार्ड, एक आई 10 कार व खाते में 8 लाख रुपए होल्ड कराए।
दरअसल हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी टाटीबंध आमानाका रायपुर, रिटायर्ड सिविल सर्जन डॉक्टर प्रकाश गुप्ता (66) ने शेयर ट्रेडिंग के नाम पर ठगी की शिकायत दर्ज कराई थी। रेंज साइबर थाना रायपुर पहुंचकर उसने बताया कि शेयर ट्रेडिंग में मुनाफा देने का झांसा देकर उससे 74.49 लाख रुपए की ठगी की गई है। इस मामले में शिकायत पर रेंज साइबर थाना रायपुर में धारा 420, 34 IPC पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया। इस मामले की गंभीरता को देखते हुए आईजी अमरेश मिश्रा ने रेंज साइबर थाना की टीम को तकनीकी साक्ष्य एकत्र कर आरोपियों को गिरफ्तार करने निर्देश दिया गया।
जांच के दौरान आरोपियों द्वारा उपयोग किए जा रहे बैंक खातों एवं मोबाइल नंबरों की जानकारी प्राप्त की गई। इस दौरान इस्पात नगर निवासी आशीष साहू द्वारा विभिन्न बैंकों में खाता खुलवाकर अपने साथी मैत्री नगर रिसाली आरोपी विकास चंद्राकर को दिया गया। उक्त बैंक खातों में प्रार्थी से 25 लाख रुपए जमा करवाए गए थे। बैंक खातों के एवज में विकास चंद्राकर ने कमीशन के रूप में 3.70 लाख रुपए आशीष को दिया था। विकास चंद्राकर पेशे से सॉफ्टवेयर इंजीनियर है। यह वर्चुअल नंबर का प्रयोग करता है और अन्य लोगों से बैंक खाते किराया में लेकर ठगी की रकम जमा करवाता है। इन बैंक खातों में अलग अलग राज्यों के कुल 80 पुलिस थाना एवं साइबर सेल मे रिपोर्ट दर्ज है। विकास चंद्राकर के स्वयं की 10 से अधिक बैंक खातों, XUV 700 गाड़ी की जानकारी प्राप्त हुई है। रेंज साइबर थाना रायपुर की पुलिस ने आशीष साहू और विकास चंद्राकार गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।