पहले से जेल में बंद चार शातिरों को प्रोड़क्शन वारंट पर लेकर पहुंची जशपुर पुलिस
जशपुर। छत्तीसगढ़ के जशपुर जिले में ठगी के एक मामले में जामताड़ा झारखंड से चार शातिर बदमाशों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। सभी आरोपी पहले से झारखंड के जेल में बंद थे और जशपुर पुलिस उन्हें प्रोडक्शन वारंट पर लेकर पहुंची। पुलिस ने जब आरोपियों की कुंडली टटोली तो पता चला कि छत्तीसगढ़ में इनके द्वारा एक दो नहीं बल्कि पूरे 321 लोगों को साइबर ठगी का शिकार बनाया गया है। पुलिस हेडक्वॉर्टर रायपुर स्थित सायबर थाना मे इनके खिलाफ 321 मामले दर्ज हैं और सभी अलग अलग जिलों से हैं। जशपुर जिले की कांसाबेल थाना पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ धार 420 के तहत कार्रवाई कर न्यायिक रिमांड पर भेज दिया है।
दरअसल कांसाबेल निवासी लक्ष्मण गर्ग ने 26 मई 2023 को एक शिकायत दर्ज कराई थी। उन्होंने अपनी शिकायत में बताया कि उनकी बेटी के मोबाइल पर अंजान कॉल आया। कॉलर ने बताया कि स्पीड पोस्ट से कुछ सामान आया है। उसने सामान की डिटेल दी और पांच रुपए ऑनलाइन ट्रांजेक्शन करने कहा जिससे सिस्टम एक्टिवेट हो सके। पहले तो उनकी बेटी ने यह कहा कि डिलीवरी के समय वह दे देगी लेकिन कॉलर ने सामान वापस चले जाने का झांसा दिया। बातों में आकर उसने पांच रुपए ऑनलाइन ट्रांजेक्शन कर दिया। फिर क्या था इसके बाद उसके खाते से 49,971 रुपए ट्रांसफर हो गए। इस मामले में कांसाबेल पुलिस ने अपराध दर्ज कर विवेचना शुरू की।
ऑनलाईन फ्राड की जानकारी सायबर अपराध पोर्टल में भी अपलोड किया गया था और अज्ञात आरोपी पतासाजी थाना कांसाबेल टीम एवं सायबर सेल में तैनात एक्सपर्ट अधिकारियों द्वारा की जा रही थी। पुलिस अधीक्षक जशपुर शशि मोहन सिंह एवं अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक जशपुर अनिल सोनी के द्वारा प्रकरण की मानीटरिंग की जा रही थी। इसी बीच ज्वाइंट, सायबर क्राईम को आर्डिनेशन यूनिट द्वारा जानकारी मिली कि सायबर फ्रॉड में शामिल आरोपियों को जामताडा सायबर थाना द्वारा दो माह पहले ही धारा 412, 419, 420, 467, 468, 471, 120बी भादवि 66 बी, 66सी, 66डी, 84 सीआईटी एक्ट के तहत गिरफ्तार किया गया है जो कि जामताडा जेल में बंद हैं।
प्रोडक्शन वारंट पर जशपुर लेकर पहुंची पुलिस
साइबर ठगी के आरोपियों का सुराग मिलने के बाद एसपी शशि मोहन सिंह ने तत्काल पुलिस अधीक्षक सुरक्षा विजय सिंह राजपूत, उप पुलिस अधीक्षक भावेश शमरथ एवं थाना प्रभारी कासाबेल निरीक्षक गौरव पांडे के नेतृत्व में एक टीम गठित कर जामताडा के लिए रवाना किया गया। जामताड़ा से आरोपियों को प्रोडक्शन वारंट पर जशपुर लाकर न्यायालय बगीचा में प्रस्तुत कर 15 दिन के न्यायिक रिमांड पर भेजा गया। गिरफ्तार आरोपियों में अनवर अंसारी मिया ग्राम शहरपुरा थाना जामताडा जिला जामताडा, जमशेद मिया ग्राम घोपवाद थाना करमाटांड जिला जामताडा, अख्तर अंसारी ग्राम शहरपुरा थाना जामताडा और तय्युब अंसारी ग्राम शहरपुरा थाना जामताडा झारखंड शामिल हैं।
शातिर 8वीं पास नहीं, छत्तीसगढ़ में दर्ज हैं 321 मामले
साइबर ठगी के मामले में गिरफ्तार सभी चारों शातिरों ने कक्षा 8वीं भी पास नहीं की है इसके बाद भी इस तरह की ठगी का कारनामा किया। ज्वाईंट सायबर क्राईम को-ऑर्डिनेशन रिकार्ड के अनुसार गिरफ्तार आरोपियों ने छत्तीसगढ़ में कुल 321 प्रकरणों में करोडो रुपए के ठगी की है। गिरफ्तार सायबर ठगो द्वारा अम्बिकापुर (सरगुजा) जिले में 12 प्रकरण, बालोद में 22, बलौदाबाजार में 02, बलरामपुर में 09 बस्तर में 15, बेमेतरा में 03, बिलासपुर में 47, धमतरी में 07, दुर्ग में 46, गरियाबंद में 05, गौरेला-पेंड्रा-मरवाही में 04, जांजगीर-चांपा में 06, कांकेर में 06, जशपुर में 03, कबीरधाम में 02, कोरबा में 19, खैरागढ़-गंडई-छुईखदान में 02, महासमुंद में 05, मुंगेली में 02, नारायणपुर में 01, रायगढ़ में 22, रायपुर में 55, राजनांदगांव में 10, सारंगढ़-बिलाईगढ़ में 10, सूरजपुर जिले में 10 प्रकरण कुल 321 साईबर फ्रॉड शिकायत की जांच की जा रही है।
अन्य जिलों के थानों में भेजी जा रही है जानकारी
पुलिस हेडक्वॉर्टर रायपुर स्थित साइबर थाना के डीएसपी निशित अग्रवाल से प्राप्त जानकारी के अनुसार उनके विरुद्ध साइबर फ्रॉड के कुल 321 शिकायत छत्तीसगढ़ में दर्ज होना बताया गया। पुलिस अधीक्षक जशपुर शशि मोहन सिंह ने कहा है कि पकड़े गए 4 साइबर ठगों को की जानकारी प्रदेश की अन्य जिलों के थानों में भेजी जा रही है ताकि उनके विरुद्ध विभिन्न थानों में दर्ज मामलों में कानूनी कार्रवाई की जा सके। उक्त कार्यवाही में उप पुलिस अधीक्षक भावेश शमरथ, थाना प्रभारी कासाबेल निरीक्षक गौरव पांडे, एएसआई राजेश यादव, आरक्षक विनोद यादव, कमल शांति एवं अन्य स्टॉफ का सराहनीय योगदान रहा है।